अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के लिए इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो आपके लिए एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आ गया है। इस प्लेटफॉर्म पर आप FDs को कंपेयर भी कर सकेंगे और उनमें से जो पसंद आती है, उसमें इन्वेस्ट भी कर सकेंगे। दिलचस्प बात यह है कि ये सब सिर्फ तीन मिनट में पूरा हो जाएगा, वह भी बिना सेविंग अकाउंट ओपन किए।
फिनटेक स्टार्टअप फिक्स्ड (Fixed) ने आज भारतीय निवेशकों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FDs) में बिना किसी परेशानी के इन्वेस्टमेंट को सक्केसफुल बनाने के लिए एक अलग से ही ऑनलाइन प्लेटफॉर्म ‘फिक्स्ड इन्वेस्ट’ (Fixed Invest) लॉन्च किया है।
जो लोग FD में इन्वेस्ट करना चाहते हैं वे बैंकों और कॉरपोरेट्स द्वारा FD ऑप्शन्स की एक रेंज को इंटरनेट पर सर्च करने के लिए Fixed Invest प्लेटफॉर्म पर लॉग इन कर सकते हैं। इसके बाद आप एक एफडी चुन सकते हैंऔर यहां तक कि अपनी मौजूदा बैंक जमा राशि (डिपॉजिट) से तुलना भी कर सकते हैं। एक बार चुने जाने के बाद, निवेशक प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन KYC प्रोसेस को तुरंत पूरा कर सकते हैं और तुरंत निवेश शुरू कर सकते हैं।
फिक्स्ड के फाउंडर अक्षर शाह ने कहा, ‘फिक्स्ड डिपॉजिट निवेश के सबसे सुरक्षित और सबसे पॉपुलर तरीकों में से एक है। फिर भी इसकी पहुंच केवल अपने बैंक तक ही सीमित है। हमने प्रक्रिया को अनलॉक और सरल बना दिया है ताकि निवेशक बैंकों और कॉरपोरेट्स में एक ही प्लेटफॉर्म पर सर्च, तुलना (compare), इन्वेस्ट और ट्रैक कर सकें।’
फिक्स्ड इन्वेस्टमेंट के माध्यम से FD अकाउंट खोलने के लिए, किसी को बचत बैंक खाता खोलने की आवश्यकता नहीं है। इस प्लेटफॉर्म के जरिये एक फायदा यह भी है कि निवेशक न केवल अपने मुनाफा पर नजर रख सकते हैं, बल्कि प्लेटफॉर्म निवेशक के लक्ष्यों के आधार पर उस हिसाब से निवेश योजनाएं भी ऑफर करेगा।
अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आखिर कितने रुपये की FD इस नए प्लेटफॉर्म से की जा सकती है तो बता दें कि Fixed Invest के जरिये आप 2 करोड़ रुपये तक का निवेश कर सकते हैं। यह निवेश 7 दिन से लेकर 60 महीने तक की अवधि के लिए मान्य होगा। बता दें कि इस प्लेटफॉर्म पर केवल वही FD ऑप्शन्स में निवेश करने को मिलेगा, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेगुलेटेड हैं।
Fixed Invest से अगर आप FD में इनवेस्ट करते हैं तो आपको कोई नया बैंक अकाउंट खोलने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह प्लेटफॉर्म जारीकर्ता (issuer) के साथ एफडी बुक करने की सुविधा देता है और पैसा सीधे यूजर के बैंक खाते से जारीकर्ता के पास चला जाता है।
बता दें कि Fixed Invest इन सब सुविधाओं के बदले कोई फीस नहीं लेता है यानी जीरो कन्वीनिएंस फीस। और बिना कागजी झंझट के निवेश भी हो जाता है। इसके साथ ही, फिक्स्ड इन्वेस्ट पहला और एकमात्र प्लेटफॉर्म है जो यूजर्स को प्लेटफॉर्म के माध्यम से FD बुक करने पर चुनिंदा जमा पर निवेश की गई राशि का 0.30% तक वापस देता है।
वर्तमान में, पांच जारीकर्ताओं (issuers) के FD ऑप्शन इस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध हैं जिसमें एयू स्मॉल फाइनैंस बैंक, फिनकेयर स्मॉल फाइनैंस बैंक, बजाज फिनसर्व, श्रीराम फाइनैंस और महिंद्रा फाइनैंस शामिल है।
मई 2023 में, इन्वेस्ट-टेक प्लेटफॉर्म ने व्हाट्सएप पर BetterFDTM लॉन्च किया, जहां निवेशक अपने बैंकों की तुलना में अधिक ब्याज दरों वाली FD के ऑप्शन ढूंढ सकते थे और जारीकर्ता की वेबसाइटों पर सीधे उनमें निवेश कर सकते थे। यह एक व्हाट्सएप मार्केटप्लेस है जहां निवेशक उच्चतम ब्याज दरों के साथ FD के ऑप्शन ढूंढ सकते हैं और बचत खाता खोले बिना निवेश कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, 18-40 आयु वर्ग का एक निवेशक जिसका खाता HDFC Bank में है, वह दो साल के लिए अल्पकालिक एफडी (short-term FD) की तलाश कर सकता है। निवेशक व्हाट्सएप पर इंटरैक्टिव बेटरएफडी इंटरफेस खोल सकता है, आवश्यक डिटेल दर्ज कर सकता है और ब्राउज कर सकता है। जैसे ही यूजर यह ऐसा करेगा, उसे अपने मौजूदा बैंक की तुलना में अधिक ब्याज दर देने वाले बैंक का पता चल जाएगा और वह उसमें इन्वेस्ट कर सकेगा।
ब्राउज करने पर निवेशकों को एक ऑप्शन दिखेगा ‘Invest Now’ यानी हिंदी में ‘अभी निवेश करें’। उस ऑप्शन पर क्लिक करने पर, निवेशक को चुने हुए बैंक या गैर-बैंकिंग फाइनैंस कंपनी के आधिकारिक FD बुकिंग पोर्टल पर ले जाया जाएगा।
BetterFD भारत का पहला FD बाजार है जो व्हाट्सएप पर ऑपरेट होता है, जहां निवेशक अपने स्मार्टफोन से आसानी से FD ढूढ़ सकते हैं और बिना किसी कागजी कार्रवाई के नया निवेश शुरू कर सकते हैं।
शाह ने 2023 में Fixed को एक विश्वसनीय ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के रूप में लॉन्च किया जो निवेशकों को निश्चित इनकम ऑप्शन्स तक पहुंचाता है। इस प्लेटफॉर्म का लक्ष्य कम रिस्क वाले निवेश ऑप्शन्स की तलाश कर रहे रिटेल निवेशकों के लिए वन-स्टॉप शॉप यानी एक ही प्लेटफॉर्म से सभी सुविधा प्रदान करना है।
शाह ने कहा, ‘हम अपने ग्राहकों के लिए एक मार्केटप्लेस प्रदान करने के लिए अगले तीन महीनों में दो बैंकों सहित तीन और जारीकर्ताओं (issuers) को शामिल करने की योजना बना रहे हैं।’