facebookmetapixel
अनिल अग्रवाल की Vedanta ने $500 मिलियन बांड जारी कर कर्ज का बोझ घटायाMaruti Suzuki के दम पर भारत का वाहन निर्यात 18% बढ़ा: SIAMअदाणी की फंडिंग में US इंश्योरर्स की एंट्री, LIC रही पीछेMCap: टॉप 7 कंपनियों का मार्केट कैप ₹1.55 ट्रिलियन बढ़ा, रिलायंस-TCS के शेयर चमकेDelhi Weather Update: दिल्ली में हवा हुई जहरीली, AQI 325 तक पहुंचा – CM रेखा ने कहा, ‘क्लाउड सीडिंग जरूरी’सीनियर सिटीजन्स के लिए अक्टूबर में बंपर FD रेट्स, स्मॉल फाइनेंस बैंक दे रहे 8.15% तक ब्याजड्यू डिलिजेंस के बाद LIC ने किया अदाणी ग्रुप में निवेश, मंत्रालय का कोई हस्तक्षेप नहींकनाडा पर ट्रंप का नया वार! एंटी-टैरिफ विज्ञापन की सजा में 10% अतिरिक्त शुल्कदेशभर में मतदाता सूची का व्यापक निरीक्षण, अवैध मतदाताओं पर नकेल; SIR जल्द शुरूभारत में AI क्रांति! Reliance-Meta ₹855 करोड़ के साथ बनाएंगे नई टेक कंपनी

Gold Outlook: सोने में 3 हजार रुपये की शानदार तेजी, 60 हजार के पार जा सकते हैं भाव

मौजूदा जियो-पॉलिटिकल परिस्थितियों के मद्देनजर सोना घरेलू बाजार में 60 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल को पार कर सकता है।

Last Updated- October 16, 2023 | 12:42 PM IST
Gold Silver Price Today

इजरायल की तरफ से हमास के ऊपर किए जा रहे हमलों के बीच मिडिल ईस्ट में बढ़ते जियो पॉलिटिकल टेंशन के साथ ही अमेरिका में ब्याज दरों में और बढ़ोतरी की संभावना के कमजोर पड़ने  से गोल्ड (gold) के लिए पिछला हफ्ता शानदार रहा। घरेलू बाजार में कीमतें तकरीबन 3 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक बढ़ गई। जानकार संभावना जता रहे हैं कि मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर घरेलू कीमतें शॉर्ट-टर्म में 60 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल को पार कर सकती हैं।

अंतरराष्ट्रीय मार्केट में गोल्ड की कीमतों में इस हफ्ते मार्च के दूसरे हफ्ते के बाद सबसे बड़ी तेजी देखी गई। जबकि ठीक इससे पहले के हफ्ते में गोल्ड 7 महीने के निचले स्तर पर चला गया था। पिछले हफ्ते के क्लोजिंग प्राइस के मुकाबले इस हफ्ते गोल्ड की कीमतों में 90 डॉलर प्रति औंस से ज्यादा का इजाफा देखा गया। वहीं पिछले हफ्ते के निचले स्तर के मुकाबले कीमतों में 6 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखी गई। स्पॉट और यूएस फ्यूचर्स मार्केट में गोल्ड इस हफ्ते  क्रमश: 1,928.99 और 1,941.50 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुए।

घरेलू स्तर पर कीमतें पिछले हफ्ते के निचले स्तर 56,075 के मुकाबले तकरीबन 6 फीसदी तेज हुई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स (MCX) पर सोने को बेंचमार्क दिसंबर कॉन्ट्रैक्ट इस हफ्ते के अंत में 59,415 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया।

ठीक इसी तरह की तेजी स्पॉट मार्केट में देखी गई। इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को सोना 24 कैरेट (999) 58,396 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया। जबकि पिछले हफ्ते यह 56,539 के स्तर पर दर्ज किया गया था। इस तरह से यहां भी तेजी 3 फीसदी से ज्यादा रही।

ऑगमोंट गोल्ड की रिसर्च हेड रेनिशा चैनानी के अनुसार इजरायल और हमास के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष के मद्देनजर निवेश के सुरक्षित विकल्प के तौर पर सोने की मांग बढी है। साथ ही अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों की तरफ से ब्याज दरों में और बढ़ोतरी से बचने का संकेत दिए जाने से यूएस बॉन्ड यील्ड (US bond yield)  में आई गिरावट से भी सोने को सपोर्ट मिला। इस हफ्ते 10 वर्षीय यूएस बॉन्ड यील्ड में 17.71 बेसिस प्वाइंट्स की गिरावट आई। फिलहाल यह 4.63 फीसदी के स्तर पर है।

यदि आप गोल्ड होल्ड करते हैं तो अमेरिकी बॉन्ड यील्ड (US bond yield) में गिरावट गोल्ड के अपॉर्चुनिटी कॉस्ट (opportunity cost) को घटा देती है। क्योंकि सोने पर आपको कोई यील्ड/ इंटरेस्ट नहीं मिलता।

जानकारों का मानना है कि इजरायल की तरफ से गाजा पट्टी पर जमीनी हमले (ground operation) की शुरुआत से पहले मिडिल ईस्ट में तनाव चरम पर पहुंच गया है। इन परिस्थितियों में सोने की मांग और बढ़ सकती है।

रेनिशा चैनानी के मुताबिक सोने की कीमतों में तेजी आगे भी जारी रह सकती है। उनकी मानें तो सोने के लिए  इंटरनैशनल मार्केट में नियम-टर्म टारगेट 1,965 डॉलर प्रति औंस जबकि घरेलू मार्केट में यह 60 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम का है।

इससे पहले इसी वर्ष 6 मई को MCX पर सोने की कीमत 61,845 रुपये प्रति 10 ग्राम के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी।

इस बीच मिडिल ईस्ट में बढ़ते जियो पॉलिटिकल टेंशन और अमेरिका की तरफ से रूस से तेल निर्यात पर जारी प्रतिबंधों को और सख्त किए जाने से शुक्रवार को तेल की कीमतों में तकरीबन 6 फीसदी की तेजी देखने को मिली और ब्रेंट क्रूड 90.89 डॉलर प्रति बैरल पर दर्ज किया गया। इस तरह से पिछले हफ्ते के मुकाबले ब्रेंट की कीमतों में 7.5 फीसदी की तेजी आई। फरवरी के बाद से ब्रेंट की कीमतों में साप्ताहिक आधार पर यह सबसे  बड़ी तेजी है। ।

केडिया एडवाइजरी के अजय केडिया के मुताबिक अगर तेल की कीमतों में तेजी जारी रहती है तो निवेश के सुरक्षित (safe-haven) विकल्प के तौर पर सोने की मांग में और इजाफा हो सकता है। क्योंकि इनफ्लेशन के खिलाफ ‘हेज’ (hedge) यानी बचाव के तौर पर सोने की पूछ-परख बढ जाती है। इसका आम तौर पर मतलब यह है कि मुद्रा के बजाय सोना रखने से कीमतें बढ़ने पर भी आपकी खर्च करने की शक्ति सुरक्षित रहती है।

हालांकि तेल की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर इनफ्लेशन में तेजी की स्थिति में फेडरल रिजर्व पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर दबाव बन सकता है। लेकिन ज्यादातर जानकार मानते हैं कि ब्याज में बढोतरी की संभावना अब नहीं के बराबर है, भले ही महंगाई में यहां से थोड़ी तेजी क्यों न आ जाए।

जानकारों की मानें तो ब्याज दर की जगह पर जियो पॉलिटिकल अनिश्चितता फिलहाल निवेशकों के लिए प्रमुख फैक्टर हो गया है और कीमतें शार्ट-टर्म में इसी जियो-पॉलिटिकल अनिश्चितता की वजह से मूव करेगी।

अजय केडिया के अनुसार ब्याज दरों में लगातार तेजी से अर्थव्यवस्था में पहले से ही धीमापन है दूसरे यदि तेल की कीमतें बढ़ती है तो यह अर्थव्यवस्था के लिए और मुसीबत खड़ा करेगी। लेकिन यह सोने के लिए शुभ हो सकता है।

अजय केडिया के मुताबिक मौजूदा जियो-पॉलिटिकल परिस्थितियों के मद्देनजर सोना के लिए शॉर्ट-टर्म टारगेट 1,956 डॉलर प्रति औंस का है। जबकि घरेलू बाजार में सोना 60,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल तक पहुंच सकता है। जियो-पॉलिटिकल टेंशन, महंगाई के अलावा केंद्रीय बैंकों की तरफ से लगातार हो रही खरीद गोल्ड के लिए प्रमुख सपोर्टिव फैक्टर है।

हालांकि बड़े संस्थागत निवेशक अभी भी सोने में निवेश को लेकर सतर्क हैं। ग्लोबल लेवल पर पिछले हफ्ते ईटीएफ होल्डिंग में कमी आई। जानकारों के अनुसार बड़े निवेशक अभी मिडिल ईस्ट में चल रहे तनाव पर नजर रखे हुए हैं। लेकिन गोल्ड में एक शानदार और टिकाऊ रैली के लिए इन बड़े निवेशकों की तरफ से खरीदारी जरूरी है।

First Published - October 16, 2023 | 1:45 AM IST

संबंधित पोस्ट