दुनियाभर में एक फेमस वाक्य है- ‘Money Matters’। अधिकतर लोग अमीर तो बनना चाहते हैं और आजाद होकर कमाई करना चाहते हैं यानी फाइनैंशियल इंडिपेंडेंट होना चाहते हैं। लेकिन, पैसे कैसे बचाया जाए यानी उनकी किस तरह से सेविंग की जाए कि पैसे को लेकर ज्यादा परेशान होने की जरूरत न पड़े। पैसे कमाने की आजादी का मतलब यह है कि आप अपनी एसेट यानी उपलब्ध संपत्ति से कैसे पैसा बनाएं कि आपका पैसा बेकार में रखा न रहे और आपको बेहतर रिटर्न भी मिलते रहें।
इसी लक्ष्य को लेकर भारत ने 2019 में नैशनल फाइनैंस अवेयरनेस डे (NATIONAL FINANCE AWARENESS DAY) मनाना शुरू किया। इसका मकसद यह है कि ज्यादातर भारत के लोग पैसे बचाने के जरिए को खुद जान सकें और एक बेहतर जिंदगी जी सकें।
पैसे को सेव करने के लिए भी दो तरह के नियम होते हैं जिसके बारे में जागरूक करना भी इस दिन का उद्देश्य है। ये दो नियम है 25 और 4% का नियम। 25 और 4 फीसदी का नियम यह कहता है कि आपको इतना पैसा कमा लेना चाहिए कि रिटायरमेंट की उम्र में आप आराम से जी सकें। यानी यह नियम कहता है कि आप मौजूदा समय में जितना पैसा साल में खर्च कर रहे हैं उसका 25 गुना आप अपने लिए बचा कर रखें, जो आपकी वृद्धावस्था में काम आएगा। 4% का नियम ये कहता है जब आप रिटायर हो जाएं, तो रिटायरमेंट के पहले साल में केवल 4% पैसा ही अपनी सेविंग से निकालें और इसी तरह से आने वाले सालों में महंगाई के हिसाब से पैसा निकालते रहें। इस तरह से आपके पास पैसे की कमी भी नहीं होगी और आप आर्थिक तौर पर मजबूत बने रहेंगे।
अब आपके मन में भी सवाल उठ रहा होगा कि कैसे इस तरह की कमाई की जा सकती है? तो बता दें कि इसके लिए बैंक कई तरह की योजनाएं लाती रहती है। शेयर मार्केट, SIP के जरिए म्युचुअल फंड में निवेश, रियल एस्टेट, बैंको की सेविंग स्कीम जैसी कई चीजों के बारे में अगर आप जान जाएं तो कम मेहनत के साथ एक बेहतरीन जिंदगी आप जी सकते हैं। हालांकि इसके लिए जरूरी है कि आप सभी बातों की जानकारी प्राप्त कर लें।
पैसे कमाने के लिए 8 ऐसी जानकारियां जो आपके लिए बेहतर कमाई बन सकती हैं, ये हैं-
Bankling Schemes: इसके तहत वे सारी बचत योजनाएं आती हैं जो बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती हैं। इसमें कई छोटी और बड़ी बचत योजनाएं होती हैं, जैसे-सावधि खाता (Fixed Deposit- FD), रिकरिंग डिपॉजिट (RD), वरिष्ठ नागरिक बचत खाता (Senior Citizen Saving Scheme), कर्मचारी पेंशन स्कीम (EPS), पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF), पोस्ट ऑफिस नैशनल सेविंग मंथली इनकम अकाउंट (POMIS), सुकन्या समृद्धि योजना, नैशनल सेविंग सर्टिफिकेट, किसान विकास पत्र।
अगर आप शेयर बाजार में भी निवेश कर रहे हैं तो भी बैंको की इन सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इससे फायदा ये होगा कि आप शेयर मार्केट में निवेश के जोखिम से कम परेशान होंगे यानी अगर ऐसी स्थिति भी आती है कि आप घाटे में जाने लगें तो ये स्कीम आपके लिए एक बचत का साधन होंगी।
Mutual Fund: म्युचुअल फंड में भी निवेश करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। यह एक ऐसा जरिया है जिसके माध्यम से आप घर बैठे लाखों का मुनाफा कमा सकते हैं।
म्युचुअल फंड में निवेश ज्यादातर लोग SIP यानी सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत करते हैं। इसमें निवेश करने से पहले आपको कुछ बातों के बारे में जान लेना जरूरी है। जब भी आपको निवेश करना हो तो यह देख लें कि आप जिस म्युचुअल फंड में निवेश कर रहे हैं, उसका रिटर्न कितना है, किन-किन कंपनियों में निवेश किया गया है, और उन कंपनियों का कम से कम पिछले तीन साल का प्रोफाइल कैसा है।
अच्छी बात यह है कि इस तरह के निवेश में मार्केट क्रैश होने का खतरा भी कम होता है और म्युचुअल फंड को निवेश करने के लिए फंड मैनेजर होते हैं, ऐसे में जोखिम भी कम होता है और आप शेयर बाजार की कम जानकारी के बावजूद बेहतर रिटर्न कमा सकते हैं।
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Share Market: शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए सबसे पहले आपको Demat account (डीमैट अकाउंट) ओपन करना होगा। अकाउंट ओपन करने के बाद आप शेयर बाजार में अलग-अलग कंपनियों के शेयर खरीदने के लिए एलिजिबल हो जाएंगे। लेकिन ध्यान ये भी रखने की जरूरत है कि आप ऐसी जगह निवेश करें, जो कंपनी बेहतर रिटर्न दे रही हो और उसका प्रोफाइल भी साफ हो। निवेश करने से पहले रोजाना के ट्रेड के बारे में जानना जरूरी है।
EPFO: श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की तरफ से चलाई जा रही इस, स्कीम के अंतर्गत, जमा पैसे पर मौजूदा फाइनैंशियल इयर में सरकार 8.15 फीसदी ब्याज दे रही है। हालांकि, यह हर वित्त वर्ष में बदलता रहता है।
बता दें कि कर्मचारियों के खाते से जो भी पैसा PF अकाउंट में जमा होता है उसका निश्चित हिस्सा EPS में जाता है, जिसके तहत रिटायर होने के बाद पेंशन दी जाती है।
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Insurance: अगर आप शेयर बाजार के बारे में जानकारी नहीं रखते हैं, या मार्केट के जोखिम से घबराते हैं तो बीमा भी आपके लिए एक बेहतर ऑप्शन हो सकता है। जो एक समय के बाद बेहतर रिटर्न दे सकता है। इंश्योरेस में निवेश करने से यह भी फायदा होता है कि आपका पैसा सुरक्षित तो रहता ही है, साथ ही आपको इस बात की भी जानकारी रहती है कि एक निश्चित समय के बाद कितना रिटर्न आपको मिल जाएगा।
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Emergency Fund: आप निवेश तो करें लेकिन ये भी ध्यान में रहे कि आपको अगर किसी तरह की इमरजेंसी आए तो क्या करें। ऐसे में एमरजेंसी फंड का रखना भी जरूरी होता है। इमरजेंसी फंड का मतलब यह हुआ कि आपके पास इतना पैसा रहे कि अचानक से जरूरत पड़ने पर काम आ सके।
उदाहरण के लिए अगर कोई ऐसी इमरजेंसी आ जाती है जब आपको तुरंत पैसे की जरूरत हो तो कहां से आएगा। यह अमाउंट कम से कम इतना होना चाहिए कि आपकी कम से कम 6 महीने की सारी जरूरत पूरी हो जाए। यानी, आने वाले 6 महीने में आपके जितने खर्चे हैं उनकी जरूरत जमा रकम से पूरी हो जाए। इसके लिए आप बैंक में सेविंग अकाउंट में पैसा रख सकते हैं, लेकिन इसके बदले ब्याज कम मिलता है। ऐसे में आप शॉर्ट टर्म डेट फंड में भी निवेश कर सकते हैं, जो बेहतर रिटर्न के साथ इमरजेंसी में आपकी सहायता कर सकते हैं।
Real Estate: रियल एस्टेट में निवेश करने से भी आपको अच्छा फायदा हो सकता है। इसके लिए अलग-अलग प्रॉपर्टी पर फायदे का अध्ययन करते हुए निवेश कर सकते हैं। इसके अलावा रियल एस्टेट में निवेश करने के लिए रीट (Real Estate Investment Trust-REIT) जैसा फंड होता है। यह ठीक वैसे ही होता है जैसे म्युचुअल फंड में निवेश करना। इसके बदले भी आपको बेहतर रिटर्न मिल सकता है।
Gold: सोने में निवेश करना भी एक फायदेमंद ऑप्शन है। इसके लिए आप डिजिटल गोल्ड भी खरीद सकते हैं। इसके बदले में सोने के बाजार के बराबर ही रिटर्न मिलता है औऱ बेहतर कमाई होती है। हाल ही में Knight Frank के सर्वे ने ये खुलासा किया था कि 2018 से 2022 के बीच सोने की कीमत में 80 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है।
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