facebookmetapixel
ड्यू डिलिजेंस के बाद LIC ने किया अदाणी ग्रुप में निवेश, मंत्रालय का कोई हस्तक्षेप नहींकनाडा पर ट्रंप का नया वार! एंटी-टैरिफ विज्ञापन की सजा में 10% अतिरिक्त शुल्कदेशभर में मतदाता सूची का व्यापक निरीक्षण, अवैध मतदाताओं पर नकेल; SIR जल्द शुरूभारत में AI क्रांति! Reliance-Meta ₹855 करोड़ के साथ बनाएंगे नई टेक कंपनीअमेरिका ने रोका Rosneft और Lukoil, लेकिन भारत को रूस का तेल मिलना जारी!IFSCA ने फंड प्रबंधकों को गिफ्ट सिटी से यूनिट जारी करने की अनुमति देने का रखा प्रस्तावUS टैरिफ के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत, IMF का पूर्वानुमान 6.6%बैंकिंग सिस्टम में नकदी की तंगी, आरबीआई ने भरी 30,750 करोड़ की कमी1 नवंबर से जीएसटी पंजीकरण होगा आसान, तीन दिन में मिलेगी मंजूरीICAI जल्द जारी करेगा नेटवर्किंग दिशानिर्देश, एमडीपी पहल में नेतृत्व का वादा

EPFO ब्याज दर में कटौती पर कर सकता है फैसला, शुक्रवार को होगी CBT मीटिंग

बाजार में गिरावट और दावों में वृद्धि के चलते ब्याज दर घटने की संभावना, 30 करोड़ सब्सक्राइबर होंगे प्रभावित

Last Updated- February 27, 2025 | 6:51 AM IST
EPFO dials BSNL, MTNL to acquire offices, land and buildings for expansion

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) का सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी (CBT) शुक्रवार, 28 फरवरी को बैठक करेगा। इस बैठक में भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर घटाने का फैसला हो सकता है। चालू वित्त वर्ष में EPFO के करीब 30 करोड़ सब्सक्राइबर हैं। इस मामले से जुड़े जानकारों ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा कि बाजार में गिरावट और वित्त वर्ष 2025 में दावों के निपटान में वृद्धि के कारण ब्याज में कटौती किए जाने की संभावना बन रही है।

पिछले साल सीबीटी द्वारा वित्त वर्ष 2024 के लिए ब्याज दर 8.25 प्रतिशत तय की गई थी, जो सामाजिक सुरक्षा संगठन में फैसले करने वाला शीर्ष निकाय है। पिछले सप्ताह निवेश समिति और अकाउंट्स समिति की बैठक हुई थी, जिसमें ईपीएफओ की आमदनी और व्यय को लेकर चर्चा हुई, जिससे ब्याज दर को लेकर फैसला किया जा सके। यह समिति सीबीटी की बैठक में ब्याज दर का प्रस्ताव करेगी, उसके बाद बोर्ड उस दर को मंजूरी देगा।

सीबीटी में एक नियोक्ता प्रतिनिधि ने नाम न बताने का अनुरोध करते हुए कहा, ‘इस साल ब्याज दर पिछले साल की तुलना में कम रहने की संभावना है। इसकी वजह बॉन्ड यील्ड में हाल के महीनों में आई कमी है। सेवानिवृत्ति कोष निकाय के पास संभवतः किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त नकदी ज्यादा नहीं बचेगी, अगर उच्च ब्याज दर की घोषणा की जाती है।’

बहरहाल टीयूसीसी के राष्ट्रीय महासचिव और सीबीटी में कर्मचारियों के प्रतिनिधि शिव प्रसाद तिवारी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में निवेश पर बेहतरीन रिटर्न आया है और सबस्क्राइबरों का आधार भी बढ़ा है, जिससे संगठन को ज्यादा लाभ हुआ है। उन्होंने कहा, ‘मेरा आकलन है कि ब्याज दर पूर्ववत बनी रहेगी।’

वहीं सीबीटी से जुड़े एक अन्य ट्रेड यूनियन प्रतिनिधि ने ब्याज दर कम किए जाने की आशंका जताई है। उनका कहना है कि निवेश समिति का विचार है कि आपात स्थिति से निपटने के लिए अधिशेष बनाए रखा जाना चाहिए।

First Published - February 26, 2025 | 10:55 PM IST

संबंधित पोस्ट