facebookmetapixel
भारत का रियल एस्टेट मार्केट 2047 तक होगा 20 गुना बड़ा, टियर-2 और 3 शहर बनेंगे नए ग्रोथ हबDelhi pollution: दिल्ली में प्रदूषण पर सख्ती, बिना पीयूसी वाहनों के इस साल 20% ज्यादा कटे चालान; हवा हुई और खराबLIC Q2FY26 results: मुनाफा 31% बढ़कर ₹10,098 करोड़, प्रीमियम इनकम 5.49% बढ़ीED का 1xBet सट्टेबाजी मामले में बड़ा एक्शन, सुरेश रैना और शिखर धवन की ₹11.14 करोड़ की संपत्ति जब्तअब दो दिशाओं में दौड़ेगी Tata Motors! एक घरेलू बाजार पर फोकस, दूसरी ग्लोबल लग्जरी परNFO: Helios MF का स्मॉल कैप फंड लंबी अवधि में बनाएगा वेल्थ? ₹1,000 की SIP से निवेश शुरूKotak MF ने उतारा रूरल अपॉर्च्यूनिटीज फंड, ₹500 की SIP से निवेश शुरू; इस नई स्कीम में क्या है खास?Ola Electric के ऑटो बिजनेस ने Q2 में पहली बार दर्ज किया ऑपरेटिंग प्रॉफिटSBI MF का IPO आने वाला है! SBI और AMUNDI बेचेंगे हिस्सा, निवेशकों के लिए सुनहरा मौका30% तक उछल सकता है Adani Power का शेयर! मॉर्गन स्टैनली ने भी जताया भरोसा

यूलिप योजनाओं में बढ़त: निवेश और बीमा का दोहरा लाभ या जोखिमपूर्ण सौदा?

खरीदने से पहले यूलिप से जुड़े विभिन्न शुल्कों की जांच अवश्य कर लें। प्रकार 1 और प्रकार2 के बीच में हमेशा वही चुनें जो आपकी जरूरतों के मुताबिक हो।

Last Updated- September 17, 2024 | 11:09 PM IST
ULIP insurance

कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की एक रिपोर्ट से पता चला है कि एचडीएफसी लाइफ, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ और मैक्स लाइफ जैसी दिग्गज निजी जीवन बीमा कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में यूनिट-लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (यूलिप) द्वारा योगदान की गई बीमा राशि की हिस्सेदारी में वृद्धि दर्ज की है।

इस बीच, जीरोधा के संस्थापक और मुख्य कार्य अधिकारी नितिन कामत ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया था कि निवेश और बीमा दोनों में सर्वश्रेष्ठ देने का वादा यूलिप से मिलता है, मगर हकीकत है कि इनमें दोनों का प्रदर्शन सबसे खराब होता है। उन्होंने कहा कि इससे बेहतर यह कि अलग से टर्म इंश्योरेंस और म्युचुअल फंड खरीदा जाए।

यूलिप के पक्ष में आए आंकड़ों का एक बड़ा कारण नियामकीय हस्तक्षेप भी है। एप्सिलॉन मनी मार्ट के उत्पाद एवं प्रस्ताव प्रमुख नितिन राव का कहना है, ‘भारतीय बीमा विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (आईआरडीएआई) ने सख्त नियम पेश किए हैं। इसने लगाए जाने वाले शुल्कों की सीमा के मामले में स्पष्टता दी है। इससे शुल्कों पर अधिक पारदर्शिता और इस मामले में बेहतर संचार संभव हुआ है।’

उन्होंने कहा, ‘इससे बीमा कंपनियां अधिक लागत प्रभावी और ग्राहकों के अनुकूल उत्पाद पेश करने के लिए मजबूर हुई हैं।’ भारतीय शेयर बाजार के प्रदर्शन ने भी इसमें भूमिका निभाई है। भारती एक्सा लाइफ इंश्योरेंस के मुख्य वितरण अधिकारी (पार्टनरशिप डिस्ट्रीब्यूशन) और मार्केटिंग प्रमुख नितिन मेहता कहते हैं, ‘भारतीय बाजार में लगातार उछाल ने निवेशकों खासकर युवाओं के यूलिप की ओर झुकाव में बड़ी भूमिका निभाई है।’

बाजार से जुड़े रिटर्न

बाजार से जुड़े होने के कारण यूलिप में पारंपरिक बीमा योजनाओं के मुकाबले अधिक रिटर्न देने की क्षमता होती है। इसमें निवेशक अपनी जरूरतों के अनुसार इक्विटी, डेट और हाइब्रिड फंड का चयन कर सकते हैं। मेहता कहते हैं, ‘यूलिप के भीतर निवेश विकल्पों के बीच बदलाव से निवेशकों को अपनी रणनीति को बाजार की स्थिति के अनुरूप ढालने का मौका मिलता है। इन बदलावों के लिए न्यूनतम अथवा कोई भी शुल्क देय नहीं होता है।’

लॉक-इन के लिए तैयार रहें

इसमें पांच साल का लॉक-इन वैसे निवेशकों के लिए बेहतर होता है जो दीर्घावधि के लक्ष्यों के लिए पैसा लगाते हैं या जो गिरावट के दौर में शेयर बाजारों से पैसा निकालने लगते हैं। पांच साल की अनिवार्य लॉक-इन अवधि के दौरान आप इसे नहीं भुना सकते हैं।

किसे करना चाहिए निवेश?

यूलिप में निवेश के लिए लंबी अवधि जरूरी है। प्रमेरिका लाइफ इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी पंकज गुप्ता कहते हैं, ‘यूलिप उन निवेशकों के लिए बेहतर होता है जो 10-15 साल बाद के लिए कोई आर्थिक लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।’

याद रखें

खरीदने से पहले यूलिप से जुड़े विभिन्न शुल्कों की जांच अवश्य कर लें। प्रकार 1 और प्रकार2 के बीच में हमेशा वही चुनें जो आपकी जरूरतों के मुताबिक हो। पहले प्रकार (टाइप 1) की यूलिप में बीमा राशि अथवा निवेश निधि मूल्य, जो अधिक रहता है उसके बराबर मृत्यु उपरांत लाभ मिलता है।

First Published - September 17, 2024 | 10:54 PM IST

संबंधित पोस्ट