facebookmetapixel
GST 2.0: छोटे कारोबारियों को 3 दिन में पंजीकरण, 90% रिफंड मिलेगा तुरंतSwiggy ऐप पर अब सिर्फ खाना नहीं, मिनटों में गिफ्ट भी मिलेगाGST कटौती के बाद छोटी कारें होंगी 9% तक सस्ती, मारुति-टाटा ने ग्राहकों को दिया फायदा48,000 करोड़ का राजस्व घाटा संभव, लेकिन उपभोग और GDP को मिल सकती है रफ्तारहाइब्रिड निवेश में Edelweiss की एंट्री, लॉन्च होगा पहला SIFएफपीआई ने किया आईटी और वित्त सेक्टर से पलायन, ऑटो सेक्टर में बढ़ी रौनकजिम में वर्कआउट के दौरान चोट, जानें हेल्थ पॉलिसी क्या कवर करती है और क्या नहींGST कटौती, दमदार GDP ग्रोथ के बावजूद क्यों नहीं दौड़ रहा बाजार? हाई वैल्यूएशन या कोई और है टेंशनउच्च विनिर्माण लागत सुधारों और व्यापार समझौतों से भारत के लाभ को कम कर सकती हैEditorial: बारिश से संकट — शहरों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के लिए तत्काल योजनाओं की आवश्यकता

Year Ender 2023: म्यूचुअल फंड उद्योग पटरी पर लौटा, संपत्ति आधार नौ लाख करोड़ रुपये बढ़ा

विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि एक उत्साही शेयर बाजार, स्थिर ब्याज दरों और मजबूत आर्थिक विस्तार से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक गति अगले वर्ष भी जारी रहनी चाहिए।

Last Updated- December 24, 2023 | 4:13 PM IST
Mutual funds

Year Ender 2023: म्यूचुअल फंड उद्योग ने पिछले साल के निराशाजनक प्रदर्शन से उबरते हुए इस साल जोरदार वापसी की है और इसके परिसंपत्ति आधार में नौ लाख करोड़ रुपये की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वृद्धि एक उत्साही शेयर बाजार, स्थिर ब्याज दरों और मजबूत आर्थिक विस्तार से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि सकारात्मक गति अगले वर्ष भी जारी रहनी चाहिए।

कुल निवेश 3.15 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा

म्यूचुअल फंड निकाय एम्फी के आंकड़ों के अनुसार, पर्याप्त वृद्धि के साथ इस वर्ष कुल निवेश 3.15 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, साथ ही निवेशकों की संख्या में दो करोड़ से अधिक की वृद्धि हुई है। इसे व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) की बढ़ती लोकप्रियता से समर्थन मिला, जिसमें 1.66 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ।

Also read: Market Outlook: शेयर बाजार के इस सप्ताह सीमित दायरे में रहने की संभावना- एक्सपर्ट्स

म्यूचुअल फंड उद्योग का AUM 23 प्रतिशत बढ़ा

एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों से पता चलता है कि इस प्रवाह ने 2023 में म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन-अधीन संपत्ति (AUM) को 23 प्रतिशत यानी नौ लाख करोड़ रुपये तक बढ़ा दिया है। यह 2022 के दौरान AUM में देखी गई सात प्रतिशत वृद्धि और 2.65 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ-साथ 2021 में परिसंपत्ति आधार में लगभग 22 प्रतिशत वृद्धि और लगभग सात लाख करोड़ रुपये की वृद्धि से कहीं अधिक थी।

SIP के माध्यम से इक्विटी योजनाओं में फ्लो बढ़ा

इस तरह पिछले तीन साल में उद्योग ने सामूहिक रूप से अपने AUM में 18 लाख करोड़ रुपये जोड़े हैं। आंकड़ों के अनुसार, म्यूचुअल फंड उद्योग का AUM दिसंबर, 2022 के अंत में 40 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2023 में नवंबर के अंत तक 49 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।

दिसंबर, 2021 के अंत में परिसंपत्ति आधार 37.72 लाख करोड़ रुपये और दिसंबर 2020 में 31 लाख करोड़ रुपये था। उद्योग के AUM में लगातार 11वीं वार्षिक वृद्धि हुई है। इस साल वृद्धि को इक्विटी योजनाओं में प्रवाह, खासकर एसआईपी के माध्यम से समर्थन मिला है।

Also read: Year Ender 2023: भारत बना हुआ है पसंदीदा निवेश गंतव्य, 2024 में FDI फ्लो बढ़ने की संभावना

सकारात्मक रुझान 2024 में भी जारी रहेगा

आदित्य बिड़ला सन लाइफ एएमसी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी ए बालसुब्रमण्यन ने कहा कि सकारात्मक रुझान 2024 में भी जारी रहेगा और परिसंपत्ति आधार में भारी वृद्धि के लिए बढ़ते इक्विटी बाजारों, स्थिर ब्याज दरों और बढ़ती आर्थिक वृद्धि को श्रेय जाता है।

इस साल सेंसेक्स ने 19 प्रतिशत का रिटर्न दिया

मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया (शोध प्रबंधक) निदेशक कौस्तुभ बेलापुरकर ने कहा, “निवेशक लंबी अवधि के लिए म्यूचुअल फंड में निवेश करना जारी रखते हैं और नए निवेशक भी म्यूचुअल फंड में तेजी से निवेश कर रहे हैं, जैसा कि साल भर में नए फोलियो में अच्छी वृद्धि से देखा जा सकता है।” इस साल सेंसेक्स ने 19 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। वहीं, बीएसई मिडकैप ने 45 प्रतिशत और बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक ने 47 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।

First Published - December 24, 2023 | 4:13 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट