खनन व धातु दिग्गज वेदांत 1 अरब डॉलर तक जुटाने के लिए बार्कलेज, जेपी मॉर्गन और स्टैनचार्ट आदि अंतरराष्ट्रीय बैंकों के साथ बातचीत कर रही है। इस रकम का इस्तेमाल पुराने कर्ज के निपटान में किया जाएगा। बैंकिंग सूत्रों ने यह जानकारी दी।
कंपनी की तरफ से उस घोषणा के कुछ ही महीनों के भीतर नई रकम जुटाने की योजना सामने आई है कि उसने अपनी बैलेंस शीट से 2 अरब डॉलर का कर्ज घटाया है और भविष्य में वह समय पर कर्ज चुका देगी।
संपर्क किए जाने पर कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, वेदांत को जून 23 की तिमाही में परिपक्व होने कर्ज भुगतान को लेकर पूरा भरोसा है। हमारे पास पुराने कर्ज के बदले नया कर्ज लेने और आंतरिक संग्रह के जरिए पुनर्भुगतान के लिए कई विकल्प हैं।
बैंकों के सिंडिकेट से 1 अरब डॉलर का नया कर्ज लेने के लिए हमारी बातचीत आगे बढ़ चुकी है। वेदांत लिमिटेड की मूल कंपनी वेदांत रिसोर्सेस का एकीकृत कर्ज 11.8 अरब डॉलर है। वेदांत का शेयर 5 फीसदी चढ़कर 289 रुपये पर बंद हुआ।
रेटिंग फर्म एसऐंडपी ने कहा था कि जनवरी में वेदांत की तरफ से लाभांश की घोषणा के बाद वेदांत रिसोर्सेस के पास मार्च 2023 तक पूरी फंडिंग है। लेकिन वेदांत रिसोर्सेस को जून तक अपनी देनदारी पूरी करने के लिए न्यूनतम 50 करोड़ डॉलर की दरकार होगी।
इस अवधि में होने वाले कर्ज पुनर्भुगतान में 30 करोड़ डॉलर का अंतर-कंपनी कर्ज और दो रिलेशनशिप बैंकों का 35 करोड़ डॉलर का कर्ज शामिल है। रेटिंगद एजेंसी ने ये बातें कही थी।
एमके ब्रोकिंग के विश्लेषकों ने कहा, वेदांत रिसोर्सेस का उच्च लिवरेज वेदांत के शेयरधारकों के लिए अप्रत्यक्ष तौर पर आशीर्वाद के समान है। वेदांत रिसोर्सेस मोटे तौर पर वेदांत से नकदी प्रवाह को लेकर निर्भर है, जिसे मोटा लाभांश देना होगा। हम उम्मीद करते हैं कि वेदांत वित्त वर्ष 24/25 में 80/50 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से लाभांश देगी, जो संचयी तौर पर 40 फीसदी प्रतिफल बैठता है। एमके ने क्लाइंटों के भेजे नोट में ये बातें कही है।