टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन कारोबार ने आज बीएसई पर शुरुआत की। इसके साथ ही वाहन विनिर्माता की अपने यात्री और वाणिज्यिक वाहन परिचालन के लिए अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों के लिए लंबे समय से नियोजित विभाजन प्रक्रिया पूरी हो गई।
टाटा संस और टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इस समारोह में कहा कि यह सूचीबद्धता वाणिज्यिक वाहन शाखा के विकास के अगले चरण के लिए मंच तैयार करता है, जो इलेक्ट्रिफिकेशन, हाइड्रोजन ट्रकों और नई ऊर्जा वाली बसों पर केंद्रित है और साथ ही ऋण-मुक्त बैलेंस शीट बनाए रखेगा।
चंद्रशेखरन ने कहा, ‘टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ रहे हैं। उनका कारोबार शानदार है, लेकिन उन्हें अभी और काम करना है क्योंकि अब हम इलेक्ट्रिफिकेशन, हाइड्रोजन ट्रकों, नई ऊर्जा वाली बसों और कई नई तकनीकों पर काम कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमने कंपनी को ऋण मुक्त बनाया है, जिससे वे काफी साहसी बन पाए हैं।’
टाटा समूह की पुनर्गठन यात्रा में इस विभाजन को महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर बताते हुए उन्होंने कहा, ‘टाटा मोटर्स आठ दशकों से भी अधिक समय से प्रतिष्ठित कंपनी रही है और ऐसे संगठन में संरचनात्मक बदलाव करना कभी आसान नहीं होता। लेकिन स्पष्ट विकास पथ वाली दो आर्थिक रूप से दमदार, स्वतंत्र कंपनियां बनाने के लिए यह विभाजन जरूरी था।’