उम्मीद के अनुसार ही बेंचमार्क सूचकांकों ने शुक्रवार को सकारात्मक नोट पर ओपनिंग के साथ पुलबैक की शर्त तो पूरी कर ली।
हालांकि ओपनिंग गैपअप नहीं थी। शुक्रवार को बाजार में दोपहर तक के कारोबार में भारी उतार चढ़ाव दिखा। इसके बाद सूचकांकों ने लोअर लेवल पर मिले सपोर्ट से सकारात्मक ब्रेकआउट दिया और कारोबार की समाप्ति ऊंचे स्तर पर रहते हुए की।
तकनीकी विश्लेषकों को उम्मीद है कि 2800-3000 के लक्ष्य के साथ यह पुलबैक सोमवार को भी जारी रह सकता है। वैश्विक बाजार से मिले कमजोर संकेतों के बाद भी सप्ताह के अंतिम दिन बाजार ने बड़ी उम्मीदें जगाईं हैं। ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार फ्यूचर्स में आखिरी 90 मिनट में इन शेयरों का दो तिहाई कारोबार हुआ।
निफ्टी विकल्प में हो रहे कारोबार से पता चलता है कि सूचकांक को 2700 के लेवल पर गहरा सपोर्ट मिला हुआ है क्योंकि विकल्प कारोबारी 2700 के भाव पर काल विकल्प की खरीदारी और इसी भाव पर पुट विकल्प की बिकवाली करते देखे गए। इसके साथ विकल्प कारोबारियों ने 2800-3000 के भाव के ऊपर आउट ऑफ मनी कॉल काल्स की कवरिंग की और 2800-3000 के भाव पर इन द मनी पुट्स पर मुनाफा वसूली करते दिखे।
इसके ये मायने हैं कि कारोबारियों को वर्तमान कांट्रेक्ट की 27 नवंबर को एक्सपायरी से पहले सूचकांक के 2800-3000 के बीच रहने की उम्मीद है। एफ एंड ओ सेगमेंट में कारोबारी वॉल्यूम तेजी से बढ़कर 10,000 करोड़ रुपये हो गया। निफ्टी नवंबर और दिसंबर फ्यूचर्स प्रीमियम पर बंद हुए।
यह तेजड़ियों की बाजार में वापसी का संकेत है। नवंबर फ्यूचर्स में 6.8 लाख शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट घटा जबकि दिसंबर फ्यूचर्स ने 14.7 लाख शेयरों का ओपन इंट्रेस्ट जोड़ा। इससे पता चलता है कि ताजा लांग पोजीशन रोलओवर हुई है।
हालांकि निफ्टी की दिसंबर सीरीज में हुआ 61.8 लाख शेयरों का रोलओवर तुलनात्मक दृष्टि से कम है क्योंकि नवंबर सीरीज में इस समय 1.825 करोड़ शेयरों का रोलओवर हुआ था।