भारतीय इक्विटी बाजारों में आई तेजी की वजह से वैल्यू-केंद्रित फंडों को पिछले एक साल में अच्छा प्रतिफल मुहैया कराने में मदद मिली है। वैल्यू फंडों की लोकप्रियता में कमी आई थी, क्योंकि निवेशकों ने महामारी से पहले के समय में ऊंचे मूल्यांकन के बाद भी ‘वृद्घि’ केंद्रित शेयरों पर ध्यान दिया था।
लेकिन पिछले एक साल में, वैल्यू फंडों ने प्रतिफल देना शुरू यिा है, क्योंकि निवेशकों ने अपनी पूंजी वृद्घि संबंधित शेयरों से निकाल कर उन फंडों में लगाने पर जोर दिया है जो आकर्षक मूल्यांकन पर उपलब्ध हैं।
म्युचुअल फंड (एमएफ) उद्योग की कंपनियों का मानना है कि अभी भी बाजार में पर्याप्त वैल्यू मौजूद है। आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी के ईडी एवं सीआईओ एस नरेन ने कहा, ‘हमारा मानना है कि वैल्यू वृद्घि एवं गुणवत्ता थीमों (जिनमें पिछले कुछ वर्षों के दौरान अच्छी तेजी आई है) के साथ दांव के शुरुआती चरण में है। इसके अलावा, सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों और अन्य के शेयरों पिछले कई वर्षों में कमजोर हुए, लेकिन अब निवेशकों को भा रहे हैं। इन सब बदलावों से वैल्यू फंडों की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है।’
एमएफ एक्सप्लोरर के डेटा से पता चलता है कि पिछले एक साल में वैल्यू फंडों द्वारा अधिकतम प्रतिफल 96 प्रतिशत और औसत प्रतिफल 59 प्रतिशत रहा।
वैल्यू फंडों में निवेश बड़े पैमाने पर ऐसे शेयरों में किया जाता है जिनका मूल्यांकन कम हो और निवेशकों द्वारा जिनकी अनेदखी की गई हो, लेकिन उनमें भविष्य में तेजी आने की संभावना बरकरार हो। हालांकि वैल्यू श्रेणी के जरिये निवेश हरेक फंड हाउस के लिए अलग अलग होता है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी फंड के पोर्टफोलियो में ऐसे शेयर शामिल हैं जिनमें अच्दी तेजी की संभावना हो, लेकिन मौजूदा समय में अपनी उचित वैल्यू के मुकाबले सस्ते में उपलब्ध हों। वहीं क्वांटम लॉन्ग टर्म इक्विटी वैल्यू निर्माण प्रक्रिया के लिए बॉटम-पोर्टफोलियो पर अमल करता है। निवेश के लिए इसका दृष्टिकोण दीर्घावधि वैल्यू के सिद्घांतों पर आधारित है।
क्वांटम एएमसी के फंड प्रबंधक सौर्भ गुप्ता ने कहा, ‘हमारे जैसे वैल्यू फंड ऐसी स्थिति में अच्छा प्रदर्शन करते हैं जब जोखिम का असर काफी हद तक दिख चुका हो। वृहद परिवेश में, जब व्यापक तौर पर आर्थिक सुधार और सामान्य ब्याज दर परिवेश हो, इक्विटी प्रतिफल आय अपग्रेड चक्र पर केंद्रित होता है, न कि सिर्फ नकदी पर। ऐसे परिवेश में शेयर मौलिक कारकों पर केंद्रित होते हैं और वैल्यू फंडों में बेहतर करने की क्षमता होती है।’
पिछले एक साल में, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी फंड और क्वांटम लॉन्ग टर्म इक्विटी वैल्यू फंड ने 61.2 प्रतिशत और 56 प्रतिशत का प्रतिफल दिया है।
बाजार कारोबारियों के अनुसार, शेयर बाजार में, वैल्यू थीम अक्सर ऐसे समय में मजबूत होता है जब निवेश लंबे समय से सकारात्मक बदलावों पर ध्यान देने में विफल रहते हैं, जिससे बदलते समय के साथ किसी शेयर या क्षेत्र के लिए मजबूत स्थिति को बढ़ावा मिलता है।
पिछले एक साल में सेंसेक्स द्वारा 43 प्रतिशत की तेजी के बावजूद फंड प्रबंधक अभी भी यह मान रहे हैं कि ऐसे कई क्षेत्र हैं जिनमें मूल्यांकन आकर्षक है।