Titagarh Rail Systems share: टीटागढ़ रेल सिस्टम्स के शेयर मंगलवार को शुरूआती कारोबार में 5 फीसदी से ज्यादा चढ़कर बीएसई पर 818 रुपये के इंट्रा-डे हाई पर पहुंच गया। सुबह 11:10 बजे कंपनी के शेयर 2.03 प्रतिशत की बढ़त लेकर 792.70 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स 0.12 फीसदी गिरकर 80,506 पर कारोबार कर रहा था।
टीटागढ़ रेल सिस्टम्स का अप्रैल-जून तिमाही में मुनाफा सालाना आधार (Y-o-Y) पर 54 फीसदी घटकर 30.86 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले इसी तिमाही में यह 67.01 करोड़ रुपये था। तिमाही के दौरान ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू भी घटकर 679.3 करोड़ रुपये पर आ गया। जबकि एक साल पहल यह 903.05 करोड़ रुपये था।
कंपनी के वाइस चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर उमेश चौधरी ने एक बयान में कहा कि तिमाही के दौरान उत्पादन में आई गिरावट महज एक मामूली गिरावट है। भारतीय रेलवे की तरफ से पिछले सप्ताहों में व्हीलसेट सप्लाई में सुधार के कारण कंपनी पहले ही सुधार शुरू कर चुकी है तथा कंपनी वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में सामान्य उत्पादन पर वापस आ सकेगी।”
इसके अलावा, रेल व्हील फैक्ट्री, बैंगलोर से व्हीलसेट की बेहद कम आपूर्ति के कारण कंपनी का वैगन डिस्पैच 1628 रहा, जो अब सामान्य हो गया है। हालांकि, कंपनी को विश्वास है कि वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में हुए उत्पादन नुकसान की भरपाई शेष तिमाहियों में वित्त वर्ष 2025 में वितरित 9431 वैगनों के अनुरूप हो जाएगी। इस अवधि के दौरान बुक किए गए नए ऑर्डर 2,469 करोड़ रुपये के थे। इससे जॉइंट वेंचर में हिस्सेदारी समेत कुल ऑर्डर बुक 26,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
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टीटागढ़ एक मोबिलिटी सोल्यूशन प्रोवाइडर है। इसके कारखाने पश्चिम बंगाल और राजस्थान में स्थित हैं। कंपनी यात्री और मालगाड़ी प्रणालियों की विविध आवश्यकताओं को पूरा का काम करती है। टीटागढ़ अत्याधुनिक परिवहन समाधान तैयार करने में माहिर है, जिसमें अर्ध-उच्च गति वाली ट्रेनें, शहरी मेट्रो, यात्री डिब्बे, प्रणोदन उपकरण और विशेष वैगनों समेत विभिन्न प्रकार के वैगन शामिल हैं।