परिवार इस समय बैंक में धन जमा करने के अतिरिक्त भी निवेश के साधन तलाश रहे हैं। इनमें बचत को निवेश करने के इक्विटी इंस्ट्रूमेंट्स और निवेश फंड शामिल हैं। रिजर्व बैंक के कर्मचारी द्वारा लिखे गए एक शोध पत्र के मुताबिक पिछले एक दशक से अभी परिवारों की बचत के निवेश में जमा सबसे ऊपर बना हुआ है, लेकिन निवेश के अन्य साधनों जैसे इक्विटी और निवेश फंडों, बीमा और पेंशन फंडों में परिवारों की रुचि बढ़ रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके साथ ही परिवारों की कुल वित्तीय संपदा में इक्विटी और निवेश फंड की हिस्सेदारी 2011-12 से 2022-23 के बीच 50 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ी है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी कहा है कि परिवार और ग्राहक, जो परंपरागत रूप से अपनी बचत का निवेश बैंकों में करने पर निर्भर थे, उनकी दिलचस्पी पूंजी बाजारों व अन्य वित्तीय साधनों में बढ़ रही है।
मुंबई में शुक्रवार को आयोजित एक कार्यक्रम में दास ने कहा, ‘परिवारों द्वारा की गई कुल बचत में बैंक जमा की हिस्सेदारी अभी भी सबसे ज्यादा है, लेकिन यह हिस्सेदारी धीरे धीरे घट रही है। परिवार अब अपनी बचत म्युचुअल फंडों, बीमा फंडों और पेंशन फंडों में लगा रहे हैं। स्पष्ट रूप से कहा जाए तो परिवार अपनी बचत को बैंकों के बजाय अन्य माध्यमों की ओर लगाने में अधिकाधिक आकर्षित हो रहे हैं।’