Suzlon Energy Renom Energy acquisition: दुनियाभर की रिन्यूबल एनर्जी कंपनियों में शुमार सुजलॉन एनर्जी भारत की रिन्यूबन एनर्जी कंपनी सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड ने आज यानी 6 सितंबर को रेनम की 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। 51 फीसदी की बहुलांश हिस्सेदारी (majority stake) खरीदने के बाद रेनम (Renom) सुजलॉन एनर्जी की सब्सिडियरी कंपनी बन गई है। शेयर बाजार को दिए गए बयान में कंपनी ने बताया कि उसने 6 अगस्त 2024 को इसके बारे में जानकारी दी थी।
गौरतलब है कि सुजलॉन ग्रुप ने 6 अगस्त को बताया था कि 400 करोड़ रुपये में रेनॉम एनर्जी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड (Renom Energy Services Private Limited) में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर रही है। बता दें कि रेनॉम संजय घोड़ावत ग्रुप की कंपनी है। इसे साल 2015 में स्थापित किया गया था। रेनॉम देश की सबसे बड़ा मल्टी ब्रांड ऑपरेशन और मेंटिनेंस प्रोवाइडर कंपनी है।
सुजलॉन का यह अधिग्रहण (Suzlon Renom Acquisition) दो किस्तों में पूरा किया जाएगा। पहली किस्त में शुरुआती 51% हिस्सेदारी सुजलॉन को खरीदना था, जो आज पूरा हुआ। और इसके बाद दूसरी किस्त में 25% हिस्सेदारी 18 महीने के भीतर 260 करोड़ रुपये में हासिल की जानी है।
6 अगस्त को सुजलॉन एनर्जी ने बताया था कि वह विंड एनर्जी सेक्टर में अपने ऑपरेशन और मेंटिनेंस (O&M) सर्विसेज को मजबूत करने के लिए यह अधिग्रहण कर रही है। यह कदम सुजलॉन से सुजलॉन के पास भारत में 32 गीगावाट (GW) से ज्यादा विंड एनर्जी एसेट की क्षमता जुड़ जाएगी।
रेनॉम वर्तमान में पवन ऊर्जा (Wind Energy) में 1,782 मेगावाट (मेगावाट), सोलर एनर्जी में 148 मेगावाट और मेंटिनेंस के तहत बैलेंस ऑफ प्लांट एनर्जी (BOP) में 572 मेगावाट का मैनेजमेंट करती है।
Multibagger Stock सुजलॉन एनर्जी की तरफ से यह ऐलान शेयर बाजार के बंद होने के बाद आया। आज जहां शेयर बाजार में सभी सेक्टर्स लाल निशान में बंद हुए तो वहीं सुजलॉन एनर्जी के शेयरों में भी गिरावट देखने को मिली। सुजलॉन एनर्जी का शेयर आज NSE पर 1.38 % की गिरावट के साथ 74.95 रुपये (Suzlon Energy Share Price) पर क्लोज हुआ। कंपनी ने 84.29 रुपये के साथ 13 अगस्त 2024 को एक साल (52 वीक) का हाई रिकॉर्ड दर्ज किया था। सुजलॉन एनर्जी के आज के अधिग्रहण का असर अगले कारोबारी दिन यानी 9 सितंबर को देखने को मिल सकता है।
भारत की दिग्गज रिन्यूअल एनर्जी कंपनी सुजलॉन एनर्जी के शेयरों ने 1 साल में 210% का रिटर्न दिया है। जबकि, कंपनी के शेयरों (सुजलॉन एनर्जी शेयर प्राइस) ने 3 साल में करीब 1135% का रिटर्न दिया है। तीन महीने में सुजलॉन के शेयर करीब 50% चढ़े हैं तो 1 महीने में भी इसके शेयरों ने करीब 7 फीसदी का रिटर्न दिया है। हालांकि, पिछले 1 सप्ताह में इसके शेयरों में करीब 1.5% की गिरावट आई है। मौजूदा समय में सुजलॉन एनर्जी का मार्केट कैप (Suzlon Energy Market Cap) 1.02 लाख करोड़ रुपये है।
दरसअल, 4 सितंबर को ही सुजलॉन एनर्जी ने अपनी 440 करोड़ रुपये को बेचने का ऐलान किया था। शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया था कि सुजलॉन ग्रुप ने अपने कॉर्पोरेट हेडक्वार्टर ‘वन अर्थ’ (One Earth) के विनिवेश (disinvestment) का फैसला लिया है। यह प्रॉपर्टी उसके नॉन-कोर बिजनेस से जुड़ी हुई है और कंपनी उसका मोनेटाइजेशन कराना चाहती है।
जिसके बाद ब्रोकरेज फर्म ICICI Securities ने सुजलॉन एनर्जी के शेयर प्राइस टारगेट में इजाफा कर दिया। ब्रोकरेज ने कहा कि ‘वन अर्थ’ की बिक्री सुजलॉन एनर्जी की कैपिटल को मजबूत कर सकती है। ICICI सिक्योरिटीज ने अपनी ‘ADD’ रेटिंग को बरकरार रखते हुए सुजल़ॉन एनर्जी शेयर टारगेट प्राइस पहले के 70 रुपये से बढ़ाकर 80 रुपये पर कर दिया। यह टारगेट 8% संभावित बढ़त को दर्शाता है। यह वैल्यूएशन वित्त वर्ष 2026 (FY26) के लिए सुजलॉन की प्रति शेयर अर्निंग (earnings per share) के 50 गुना पर आधारित है।