Sugar Stocks: चीनी कंपनियों के शेयर बुधवार (19 मार्च) को शुरुआती कारोबार में 10% तक चढ़ गए। इससे पहले मंगलवार को भी चीनी कंपनियों के स्टॉक्स में जोरदार तेजी देखने को मिली थी।
चीनी का उतप्दान करने वाली बलरामपुर चीनी मिल्स के शेयर आज बीएसई पर 9% या 46 रुपये चढ़कर 549 रुपये के इंट्रा-डे हाई पर पहुंच गए। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स 0.22% चढ़कर 75,465 पर कारोबार कर रहा है।
धामपुर शुगर मिल्स लिमिटेड ( Dhampur Sugar Mills) के शेयरों में शुरूआती कारोबार के दौरान 5% तक उछल गए। वहीं, बजाज हिंदुस्तान के शेयर भी बीएसई पर 5% तक चढ़ गए। श्री रेणुका शुगर्स के शेयरों में भी जोरदार उछाल देखा गया और 5% चढ़कर कारोबार कर रहा था।
इसके अलावा मगध शुगर एंड एनर्जी, अवध शुगर एंड एनर्जी, राजश्री शुगर्स एंड केमिकल्स, डालमिया भारत शुगर एंड इंडस्ट्रीज, उत्तम शुगर मिल्स, आंध्रा शुगर्स लिमिटेड जैसी चीनी कंपनियों के शेयर 7 से 2% तक उछल गए।
तीन प्रमुख चीनी उत्पादक राज्यों- महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश- में चीनी उत्पादन में भारी गिरावट की आशंका के कारण बुधवार के ट्रेडिंग सेशन में बीएसई पर चीनी कंपनियों के शेयरों में 10 फीसदी तक का उछाल आया। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत का चीनी उत्पादन इस सीजन में अभी तक 16.13 फीसदी घटकर 2.37 करोड़ टन रह गया है।
नैशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्टरीज (एनएफसीएसएफ) ने अनुमान लगाया है कि 2024-25 के चालू सीजन में देश का कुल चीनी उत्पादन पिछले सीजन के 3.19 करोड़ टन से कम होकर 2.59 करोड़ टन रह सकता है। यह एक अन्य उद्योग संस्था – इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) के जारी आंकड़ों से अलग है जिसका सीजन के लिए पहला अनुमान 2.722 करोड़ टन था।
चीनी की धीमी रिकवरी को देखते हुए चीनी सीजन 2025 में भारत का चीनी उत्पादन पिछले अनुमान के साथ-साथ सालाना उत्पादन के मुकाबले कम रहने की संभावना है। उच्च स्थिर लागत की भरपाई के लिए चीनी मिलें कीमतें बढ़ा रही हैं। मार्च तिमाही में अब तक प्रमुख राज्यों में चीनी की कीमतें तिमाही आधार पर 7 से 9 फीसदी बढ़ी हैं।
जेएम फाइनैंशियल इंस्टिट्यूशनल सिक्योरिटीज के एनालिस्ट्स का मानना है कि वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में चीनी खंड में प्रॉफिटेबिलिटी मजबूत रहने की संभावना है। ब्रोकरेज के एनालिस्ट्स के अनुसार ये चीनी मिलें इन ऊंचे स्तरों पर डिस्टिलरी डिविजन को एथेनॉल ट्रांसफर करेंगी।