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MOFS Stocks to Buy: स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशल सर्विसेज (MOFS) के शेयर में पहली तिमाही (Q1FY26) के नतीजों के बाद तेजी का मूवमेंट बन रहा है। ब्रोकरेज फर्म एमके ग्लोबल (Emkay Global) का कहना है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में मोतीलाल ओसवाल की परफॉर्मेंस दमदार रही है। यह कंपनी के लिए एक और दमदार तिमाही रही है। ब्रोकरेज ने बेहतर आउटलुक को देखते हुए स्टॉक पर खरीदारी की सलाह बनाए रखी है। साथ ही टारगेट प्राइस करीब 24 फीसदी का इजाफा किया है। बीते एक साल में यह ब्रोकरेज शेयर करीब 50 फीसदी उछल चुका है। सोमवार को शेयर में हल्की मुनाफावसूली का दबाव देखने को मिला।
एमके ग्लोबल ने मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशल सर्विसेज पर खरीदारी की सलाह बनाए रखी है। साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 850 रुपये से बढ़ाकर 1050 रुपये रखा है। इस तरह करीब 24 फीसदी का इजाफा टारगेट प्राइस में किया है। भी यह ब्रोकरेज सटॉक 896 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है। इस तरह मौजूदा भाव से स्टॉक आगे करीब 18 फीसदी का अपसाइड दिखा सकता है।
सोमवार (28 जुलाई 2025) के कारोबारी सेशन में शेयर आधा फीसदी की कमजोरी के साथ 895 रुपये पर खुला। शुक्रवार को स्टॉक 900 रुपये पर बंद हुआ था। स्टॉक की लॉन्ग टर्म परफॉर्मेंस दमदार रही है। बीते एक साल में शेयर करीब 50 फीसदी उछल चुका है। वहीं, 2 साल में स्टॉक का रिटर्न 330 फीसदी, 3 साल में 360 फीसदी और 5 साल में 415 फीसदी रहा है। BSE पर MOFS का 52 हफ्ते का हाई 1,063.40 रुपये और लो 488 रुपये है। कंपनी का मार्केट कैप 53,656 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
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ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि पहली तिमाही में मोतीलाल ओसवाल के लिए एक और दमदार तिमाही रही है। कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट सालाना आधार पर 21 फीसदी उछल कर 522 करोड़ रुपये हो गया। कैपिटल मार्केट सेगमेंट की दमदार परफॉर्मेंस से मुनाफे को बूस्ट मिला है। हालांकि, 908 करोड़ रुपये के ट्रेजरी गेन के चलते कंसॉलिडेटेड रिपोर्टेड नेट प्रॉफिट (OCI समेत) 1430 करोड़ रुपये रहा।
वेल्थ मैनेजमेंट सेगमेंट में सीजनल वजहों से डिस्ट्रीब्यूशन इनकम में तिमाही दर तिमाही गिरावट देखने को मिली, लेकिन मजबूत ब्रोकिंग इनकम ने इसका असर कम कर दिया। इससे कुल राजस्व में लगभग 5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। कैपिटल मार्केट्स सेगमेंट का प्रदर्शन मजबूत रहा, जहां सौदों की बेहतर सक्रियता के चलते 94 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया।
एमके का कहना है कि एसेट और प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट सेगमेंट में मजबूत AUM ग्रोथ देखने को मिली। हालांकि, बढ़ती लागत ने नेट प्रॉफिट (PAT) की ग्रोथ पर दबाव डाला। हाउसिंग फाइनेंस कारोबार की परफॉर्मेंस फीकी रही, जिसके चलते नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में गिरावट देखने को मिली। आगे चलकर वेल्थ मैनेजमेंट, एसेट और प्राइवेट वेल्थ मैनेजमेंट बिजनेस में ग्रोथ की संभावनाएं बेहतर हैं, जिसे फाइनेंशियलाइजेशन के बड़े ट्रेंड से सपोर्ट मिल रहा है।
ब्रोकरेज का कहना है कि पहली तिमाही की पर परफॉर्मेंस को रखते हुए FY26-28E का नेट प्रॉफिट का अनुमान 4-5% बढ़ाया गया है। साथ ही ‘BUY’ रेटिंग को बरकरार रखी है। इसके साथ ही जून 2026 के लिए टारगेट प्राइस को करीब 24 फीसदी बढ़ाकर 1,050 रुपये (पहले ₹850) कर दिया है। MOFS ने अस्थिरताओं के बीच भी लगातार बेहतर प्रदर्शन का ट्रैक रिकॉर्ड बनाए रखा है।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)