शेयर बाजार में तेजी का सिलसिला आज भी जारी रहा और बेंचमार्क सूचकांक पहली बार 70,000 के स्तर को लांघ गया। सुबह के कारोबार में तेजी के साथ खुलने के बाद सेंसेक्स उछलकर 70,054 के स्तर पर पहुंच गया था मगर बुधवार को होने वाली फेडरल रिजर्व की घोषणा से पहले वैश्विक बाजारों में सतर्कता के मद्देनजर सेंसेक्स ने अपनी कुछ बढ़त गंवा दी।
कारोबार की समाप्ति पर सेंसेक्स 103 अंक चढ़कर रिकॉर्ड 69,928 के नए उच्च स्तर पर बंद हुआ। उधर, निफ्टी लगातार दूसरे दिन 21,000 के स्तर को पार करने के बाद 28 अंक के लाभ के साथ 20,997 पर बंद हुआ। निफ्टी मिडकैप में 0.74 फीसदी और स्मॉलकैप में 0.84 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। शेयरों में तेजी से बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण बढ़कर 315 लाख करोड़ रुपये (4.2 ट्रिलियन डॉलर) पर पहुंच गया।
फेडरल रिजर्व द्वारा अगले साल से ब्याज दरों में कटौती शुरू करने की उम्मीद बढ़ने से अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में भी नरमी आई है जिससे अक्टूबर से ही वैश्विक बाजार में अप्रत्याशित तेजी देखी जा रही है। इसके साथ ही घरेलू मोर्चे पर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर उम्मीद से बेहतर रहने और हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की शानदार जीत से भारतीय बाजार को लेकर निवेशकों का हौसला बढ़ा हुआ है। नवंबर में वैश्विक बाजारों की तुलना में कमतर रहने वाले देसी बाजार ने इस महीने जबरदस्त छलांग लगाई है।
सितंबर तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 7.6 फीसदी रही जो भारतीय रिजर्व बैंक के 6.5 फीसदी के अनुमान से ज्यादा है। इसके साथ ही नवंबर में विनिर्माण पीएमआई में भी इजाफा हुआ है। उम्मीद से बेहतर जीडीपी वृद्धि को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक और कई अर्थशास्त्रियों ने चालू वित्त वर्ष के लिए वृद्धि के अपने अनुमान को बढ़ा दिया है।
मार्सेलर इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी सौरभ मुखर्जी ने कहा, ‘ब्याज दरों के उच्चतम स्तर पर पहुंचने, बैंकों की बैलेंस शीट और पूंजी पर्याप्तता कई वर्षों की तुलना में बेहतर रहने और राजनीतिक स्थिरता से अगले दो-तीन साल में निजी क्षेत्र का पूंजीगत निवेश दोगुना हो सकता है। इससे शेयर बाजार के साथ ही आर्थिक सुधार में भी तेजी आएगी।’
निवेशकों की नजर भारत और अमेरिका के मुद्रास्फीति के आंकड़ों और फेड, यूरोपीय केंद्रीय बैंक तथा बैंक ऑफ इंगलैंड की मौद्रिक नीति निर्णयों पर भी रहेगी।
अवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रैटजीज के मुख्य कार्याधिकारी एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘इस हफ्ते कई आंकड़े आएंगे। अगर खुदरा मुद्रास्फीति में तेजी आती है तो इससे बाजार पर असर पड़ सकता है। इसके साथ ही फेड के भी नतीजे इसी हफ्ते आएंगे। अगर आंकड़े और फेड की घोषणा सकारात्मक रहती है तो बाजार में कुछ समय तक और तेजी बनी रह सकती है।’
बंबई स्टॉक एक्सचेंज पर 2,372 शेयर लाभ में और 1,499 गिरावट पर बंद हुए। सेंसेक्स के दो-तिहाई शेयरों में तेजी देखी गई।