Stock Market Update, 15 September 2025: एशियाई बाजारों से मिलेजुले रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के पहले ट्रेडिंग सेशन यानी सोमवार (15 सितंबर) को सपाट लेवल पर खुले। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की इस सप्ताह ब्याज दरों पर फैसले से पहले निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 20 अंक की मामूली बढ़त लेकर 81,925.51 अंक पर खुला। हालांकि, कुछ ही देर में यह लाल निशान में फिसल गया। सुबह 9:25 बजे यह 39.76 अंक या 0.05 फीसदी की गिरावट लेकर 81,864.94 पर कारोबार कर रहा था।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी50 (Nifty50) भी बढ़त के साथ 25,118.90 पर खुला लेकिन फिर लाल निशान में चला गया। सुबह 9:25 बजे यह 22.60 अंक या 0.09 प्रतिशत 25,092 पर कारोबार कर रहा था।
अगस्त के होलसेल प्राइस इंडेक्स महंगाई के आंकड़े, कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI), वैश्विक बाजारों से संकेत और प्राइमेरी बाजार की गतिविधियां बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी50 की चाल को प्रभावित कर सकती हैं। एनएसओ के शुक्रवार के आंकड़ों के अनुसार, भारत की रिटेल महंगाई अगस्त में बढ़कर 2.07 प्रतिशत हो गई। यह जुलाई में आठ साल के निचले स्तर 1.61 प्रतिशत पर थी। यह वृद्धि कम आधार प्रभाव और खाद्य मुद्रास्फीति में कमी के कारण हुई। ग्रामीण महंगाई 1.69 प्रतिशत और शहरी मुद्रास्फीति 2.47 प्रतिशत रही।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती और इस महीने वस्तु एवं सेवा कर (GST) को रेशनलाइज बनाए जाने को लेकर आशावाद के बावजूद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPIs) ने भारतीय शेयरों में बिकवाली जारी रखे हुए हैं।
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर में अब तक एफपीआई ने 10,782 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। सितंबर 2024 के अंत में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी और बीएसई सेंसेक्स के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद यह बिकवाली तेज हुई। अक्टूबर 2024 से मार्च 2025 के बीच एफपीआई ने भारतीय बाजारों से 2.2 लाख करोड़ रुपये निकाले।
एशियाई बाजारों में सोमवार को मिलाजुला रुख देखने को मिला। निवेशक स्पेन में अमेरिका-चीन वार्ता पर नजर रखे हुए थे और बीजिंग से प्रमुख आर्थिक आंकड़ों की प्रतीक्षा कर रहे थे। चीन सोमवार को रिटेल बिक्री, फिक्स्ड एसेट इन्वेस्टमेंट और शहरी बेरोजगारी दर के आंकड़े जारी करेगा।
जापान का निक्की इंडेक्स 0.8 प्रतिशत ऊपर था, जबकि टॉपिक्स 0.4 प्रतिशत चढ़ गया था। वहीं, एएसएक्स 200 0.25 प्रतिशत गिरा जबकि कोस्पी 0.16 प्रतिशत बढ़ा।
इस सप्ताह की फेडरल रिजर्व नीति बैठक से पहले एशियाई कारोबार के शुरुआती दौर में अमेरिकी इक्विटी फ्यूचर्स स्थिर रहा। निवेशकों ने बुधवार को दो दिवसीय बैठक समाप्त होने पर ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद जताई है।
वॉल स्ट्रीट पर शुक्रवार को नैस्डैक कंपोजिट ने एक और रिकॉर्ड हाई दर्ज किया। यह लगातार दूसरे सप्ताह 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ। एसएंडपी 500 में 1.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो अगस्त की शुरुआत के बाद से इसका बेस्ट वीकली प्रदर्शन है। जबकि डॉव में 1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इससे दो सप्ताह की गिरावट का सिलसिला टूट गया।