Stock Market Wrap up: भारतीय शेयर बाजार गुरुवार (17 अप्रैल) को चार साल से अधिक समय में अपने सर्वश्रेष्ठ सप्ताह के रूप में बंद हुए। इसी के साथ बाजार ने इस साल अब तक की गिरावट को रिकवर कर लिया। इसका प्रमुख कारण भारी भरकम फाइनेंशियल स्टॉक्स में तेजी रहा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के चीन को छोड़कर अन्य देशों पर भारी “रिस्प्रोकाल” टैरिफ पर 90 दिनों की रोक लगाने के फैसले से बाजार में इस सप्ताह तेजी देखने को मिली। इसी के साथ बाजार ने ट्रंप टैरिफ के बाद से हुए नुकसान की भरपाई कर ली है।
गुड फ्राइडे की छुट्टी से पहले निफ्टी-50 आज यानी 17 अप्रैल को 1.8% बढ़कर 23,851.65 पर बंद हुआ। जबकि बीएसई सेंसेक्स 1.96% बढ़कर 78,553.2 पर बंद हुआ। छुट्टियों से कारण केवल तीन ट्रेडिंग सेशन वाले सप्ताह में इंडेक्स 4.5% चढ़े।
वहीं, एशियाई बाजारों ने अमेरिकी टैरिफ पर अनिश्चितता और आर्थिक ग्रोथ पर उनके प्रभाव के बारे में चिंताओं के कारण कम प्रदर्शन किया। इस सप्ताह, केंद्रीय बैंक की दर में कटौती के बाद बैंकोंग के अपनी जमा दरों को कम करने के बाद स्वस्थ नेट इंटरेस्ट मार्जिन की संभावनाओं पर फाइनेंशियल शेयरों में तेजी आई।
निफ्टी पर सबसे अधिक भार वाले स्टॉक आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक ने इस सप्ताह क्रमशः 7.2% और 5.5% की छलांग लगाई और सप्ताहांत में अपनी आय जारी होने से पहले अपने सर्वकालिक उच्च स्तर को छू लिया। शेयर बाजार के सभी 13 प्रमुख सेक्टर्स में आज तेजी आई। इनमें अमेरिका पर निर्भर सूचना प्रौद्योगिकी और फार्मा सूचकांक सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले रहे।
हालांकि, बेंचमार्क सितंबर के अंत में अपने ऑल टाइम हाई लेवल से अभी भी लगभग 9% नीचे हैं। सेंसेक्स ने 27 सितम्बर 2024 को 85978.25 अंक का ऑल टाइम लेवल बनाया था। जबकि निफ़्टी ने 26,277.35 अंक का ऑल टाइम हाई बनाया था।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 3,936.42 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। मंगलवार को एफआईआई ने 6,065.78 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
इस हफ्ते निवेशकों की वेल्थ में 17 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा हुआ है। बीएसई में लिस्टेड का मार्केट कैप गुरुवार को बाजार बंद होने के बाद 4,19,51,431.27 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। जबकि शुक्रवार (11 अप्रैल) को यह 40,234,966.43 करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों की वेल्थ में वीकली बेसिस पर 171,6465 करोड़ रुपये का इजाफा है।