Smallcap Bank Stock to Buy: प्राइवेट सेक्टर के जना स्माल फाइनेंस बैंक (Jana Small Finance Bank) के स्टॉक में उतार-चढ़ाव है। बुधवार को करीब 6 फीसदी टूटने के बाद स्टॉक में गुरुवार को हल्की रिकवरी देखने को मिली। पहली तिमाही (Q1FY26) के कमजोर नतीजों के बाद शेयर में यह उठापटक है। पहली तिमाही के दौरान बैंक का नेट प्रॉफिट घटा है और ग्रॉस एनपीए बढ़ा है। कमजोर रिजल्ट के बावजूद ब्रोकरेज हाउस ICICI Securities स्टॉक पर बुलिश है। ब्रोकरेज का कहना है कि ग्रोथ धीमी रफ्तार से ही सही लेकिन उसमें रिकवरी देखी जा रही है। बैंक को अपने नुकसान की कुछ भरपाई करने में मदद मिलेगी।
ब्रोकरेज हाउस ICICI Securities ने शेयर पर खरीदारी की सलाह बरकरार रखी है। साथ ही प्रति शेयर टारगेट प्राइस 580 रुपये रखा है। बुधवार को स्टॉक 455 रुपये पर बंद हुआ था। इस तरह मौजूदा भाव से स्टॉक में आगे करीब 28 फीसदी का अपसाइड देखने को मिल सकता है। गुरुवार (24 जुलाई) को शेयर में 1 फीसदी से ज्यादा की रिकवरी देखने को मिली। जबकि बुधवार को Q1 नतीजे जारी होने के बाद शेयर में 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट कारोबारी सेशन में देखने को मिली थी।
ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि बैंक के लिए Q1 चुनौतीपूर्ण रहा। माइक्रो फाइनैंस (MFI) से जुड़े दबाव बने हुए है। हालांकि, अनसेक्योर्ड लोन ग्रोथ की संभावनाएं RoA/RoE को सपोर्ट मिल सकता है।
जना फाइनेंस बैंक के शेयर में गुरुवार को करीब 1.5 फीसदी उछल गया। स्टॉक का 52 हफ्ते का हाई 670 रुपये और लो 364 रुपये रहा। स्टॉक अपने हाई से करीब 31 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा है। बैंक का मार्केट कैप 4,841 करोड़ रुपये से ज्यादा रहा।
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ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक, मैनेजमेंट को उम्मीद है कि अनसेक्योर्ड पोर्टफोलियो की ग्रोथ दूसरी तिमाही (Q2) से फिर शुरू होगी। इसके शुरुआती संकेत जुलाई 2025 में दिखे हैं। ग्रोथ रिकवरी की रफ्तार हालांकि धीमी है लेकिन बैंक को अपने नुकसान की कुछ भरपाई करने में मदद मिलेगी। खासकर फीस और राजस्व के मोर्चे पर, जो असुरक्षित पोर्टफोलियो से आते हैं। इससे बैंक का कॉस्ट-टू-इनकम रेशियो बेहतर हो सकता है।
ब्रोकरेज रिपोर्ट का कहना है कि इसके अलावा, क्रेडिट कॉस्ट में भी गिरावट की संभावना है, क्योंकि Q1FY26 में अब तक बैंक ने ₹455 करोड़ (कुल AUM का ~1.5%) का एक्सीलेरेटेड प्रोविजनिंग पहले ही कर लिया है। उम्मीद है कि FY26 में RoA/RoE क्रमशः 1.6%/15% और FY27 में 1.7%/17% पर स्थिर होगा, जो FY25 के 1.4%/13% के मुकाबले बेहतर है। इसकी मुख्य वजह कम क्रेडिट कॉस्ट और ग्रोथ के सामान्य होने से मिलने वाले फायदे होंगे। ब्रोकरेज ने FY27E के अनुमानित P/ABV के 1.1x वैल्यूएशन पर ₹580 के टार्गेट प्राइस के साथ BUY रेटिंग बनाए रखी है।
Jana SFB अप्रैल–जून तिमाही (Q1FY26) के दौरान 101.9 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 170.5 करोड़ रुपये के मुकाबले 40.2 फीसदी कम है। इसकी मुख्य वजह हाई ऑपरेटिंग लागत और कम अनुकूल रेवेन्यू मिक्स रहा। बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) भी सालाना आधार पर 2.4 फीसदी घटकर 595 करोड़ रुपये रह गई।
बैंक ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बताया कि बैंक एसेट क्वालिटी में हल्की गिरावट देखने को मिली। ग्रॉस एनपीए (Gross NPAs) पिछली तिमाही के 2.71 फीसदी से बढ़कर 2.91 फीसदी हो गया। हालांकि, नेट NPAs 0.94 फीसदी पर स्टेबल है। बता दें, जना स्मॉल फाइनेंस बैंक ने 2018 में एक माइक्रोफाइनेंस संस्था से शिफ्ट होकर बैंकिंग ऑपरेशन शुरू किया था।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)