पिछले सप्ताह आई तेजी ने बाजार की धारणा को मजबूत बनाया। नवंबर 2024 के बाद पहली बार शेयरों के चढ़ने/गिरने का अनुपात (एडीआर) 1 को पार कर गया। मार्च में यह अनुपात 1.2 पर पहुंच गया है। यह जून 2024 के बाद से सबसे अधिक एडीआर है जबकि महीने में अभी करीब एक सप्ताह बाकी है।
बाजार धारणा का प्रमुख पैमाना एडीआर गिरावट वाले शेयरों के मुकाबले बढ़त वाले शेयरों की संख्या को ट्रैक करता है। पिछले सप्ताह की तेजी काफी हद तक सौदेबाजी की कोशिश और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की फिर से लौटने की उम्मीदों से आई थी जिसने सेंसेक्स, निफ्टी और निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 को कई वर्षों के अपने सर्वाधिक मजबूत साप्ताहिक लाभ पर पहुंचा दिया। इस बढ़त के बावजूद, तेजी के टिकाऊ होने को लेकर संदेह बना हुआ है।
स्वतंत्र इक्विटी विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा, ‘मौजूदा उछाल अस्थायी तेजी हो सकती है। अप्रैल की शुरुआत में लागू होने वाले जवाबी शुल्क का प्रभाव अनिश्चित बना हुआ है। बाजार एक डबल बॉटम बना सकते हैं, जहां वे निचला स्तर छुएंगे, मजबूत होने से पहले फिर से निचले स्तर तक जाएंगे। यह ऐसी प्रक्रिया है जिसमें तीन महीने या उससे अधिक का समय लग सकता है।’बाजार की चाल पर अनिश्चितता बने रहने से निवेशक चिंतित बने हुए हैं और बड़े दांव लगाने से पहले स्पष्ट संकेतों का इंतजार कर रहे हैं।