Suzlon Energy: दुनियाभर की रिन्यूबल एनर्जी कंपनियों में शुमार सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) ने अपनी 440 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी आज बेचने का ऐलान कर दिया है। शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया कि सुजलॉन ग्रुप ने अपने कॉर्पोरेट हेडक्वार्टर ‘वन अर्थ’ (One Earth) के विनिवेश (disinvestment) का फैसला लिया है। यह प्रॉपर्टी उसके नॉन-कोर बिजनेस से जुड़ी हुई है और कंपनी उसका मोनेटाइजेशन कराना चाहती है।
कंपनी के एक्सचेंजों को दिए गए बयान में कहा कि यह कदम सुजलॉन की नॉन कोर बिजनेस वाली एसेट को कम करने और इंटर्नल रिसोर्स के साथ अपने ऑर्डर बुक के एग्जिक्यूशन को मजबूत करने के लिए लिया गया है।
सुजलॉन ने कहा कि उसने प्रॉपर्टी को OE बिजनेस पार्क प्राइवेट लिमिटेड (OEBPPL) को बेच दी गई है। कंपनी ने अपने कॉर्पोरेट ऑफिस के रूप में वन अर्थ प्रॉपर्टी की बिक्री के लिए OEBPPL के साथ एक कन्वेयंस डीड (Conveyance Deed ) किया है। OEBPPL एक स्पेशल पर्पज व्हीकल है, जिसके शेयर 360 ONE अल्टरनेट्स एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड की तरफ से मैनेज किए जा रहे फंडों के पास हैं। बता दें कि स्पेशल व्हीकल पर्पज यानी (SVP) का मतलब होता है कि कोई कंपनी अपनी एक सब्सिडियरी कंपनी बना देती है ताकि उसका फाइनेंशियल रिस्क कम हो जाए।
सुजलॉन और OEBPPL के समझौते की शर्तों के तहत, सुजलॉन पट्टेदार (lessee) के रूप में संपत्ति पर कब्जा जारी रखेगा। यानी प्रॉपर्टी पर स्वामित्व OEBPPL का होगा औऱ सुजलॉन किराये के तौर पर रहेगी। कंपनी ने कहा कि 5 सितंबर को बिक्री पूरी होने पर, वन अर्थ प्रॉपर्टी को लाइसेंसिंग और सब लीजिंग अधिकारों (किसी थर्ड पार्टी को किराए पर देने का अधिकार) के साथ 5 साल तक के लिए सुजलॉन को वापस लीज पर दे दिया जाएगा।
इस बिक्री और लीजबैक सिस्टम से सुजलॉन के ऑपरेशन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बिक्री के पूरा होने की तारीख 5 सितंबर 2024 होगी।
सुजलॉन ने भविष्य की तारीख में OEBPPLके शेयरों और सिक्योरिटीज को खरीदने के लिए एक ऑप्शन एग्रीमेंट भी किया है। सुजलॉन ने OEBPPL की तरफ से जारी सिक्योरिटीज होल्डर्स के साथ भी समझौता किया है, जिसमें कंपनी को खरीदने के लिए कॉल ऑप्शन दिया गया है और सिक्योरिटीज के होल्डर्स को सिक्योरिटी को चने के लिए पुट ऑप्शन दिया गया है। बता दें कि कॉल ऑप्शन के तहत खरीदार पहले से तय प्राइस पर सिक्योरिटीज खरीदता है। जबकि, पुट ऑप्शन में होल्डर्स पहले से तय प्राइस पर सिक्योरिटीज को बेच सकता है।
सुजलॉन ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) हिमांशु मोदी ने बयान में कहा, ‘हमारी नॉन कोर एसेट के मोनेटाइजेशन का यह कदम पिछले कुछ वर्षों से सुजलॉन की लॉन्ग टर्म स्ट्रैटेजी का हिस्सा रहा है। हमारे पास लगभग 4 गीगावॉट की सबसे बड़ी ऑर्डर बुक है और यह और बढ़ रही है।’
गौरतलब है कि वित्त वर्ष 25 की जून तिमाही (Q1FY25) के अंत तक, सुजलॉन एनर्जी की ऑर्डर बुक 3.8 गीगावॉट की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई, जो इसके इतिहास में सबसे बड़ी है। मौजूदा ऑर्डर वित्त वर्ष 26 तक एग्जिक्यूशन के लिए निर्धारित हैं, जिसका एक बड़ा हिस्सा वित्त वर्ष 25 में पूरा होने की उम्मीद है।
सुजलॉन एनर्जी के शेयरों ने 3 साल में निवेशकों को 1115% का रिटरिन दिया है। जबकि, कंपनी के शेयरों ने 1 साल में 214% का रिटर्न दे दिया है। आज यानी 4 सितंबर को सुजलॉन एनर्जी की शेयर प्राइस (Suzlon Energy Share Price) 0.28 % की गिरावट के साथ 74.26 रुपये पर क्लोज हुई। कंपनी के शेयर (suzlon share price) एक सप्ताह में 6% के करीब गिर चुके हैं। 13 अगस्त 2024 को सुजलॉन के शेयर 84.29 के 1 साल (52 वीक) के हाई लेवल पर ट्रेड किए थे। जबकि, 13 सितंबर 2023 को कंपनी के शेयर 1 साल के लो पर ट्रेड करते हुए 21.70 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। मौजूदा समय में सुजलॉन का मार्केट कैप (Suzlon mcap) 1.01 लाख करोड़ रुपये है।
एनालिस्ट्स का मानना है कि कंपनी के शेयर अपने एक साल के हाई लेवल पह पहुंचने के बाद कंसोलिडेशन फेज में है।