अनिल अंबानी की रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infra) द्वारा प्रमोटेड रक्षा सामान निर्माता रिलायंस डिफेंस ने जर्मन डिफेंस और गोला-बारूद निर्माता राइनमेटल वैफे म्यूनिशन जीएमबीएच से 600 करोड़ रुपये का निर्यात ऑर्डर हासिल किया है।
आर-इन्फ्रा (Rinfra) का दावा है कि यह ऑर्डर हाई-टेक गोला-बारूद डोमेन में अब तक के सबसे बड़े अनुबंधों में से एक है। रिलायंस डिफेंस ने हाल में राइनमेटल को गोला-बारूद के लिए विस्फोटक और प्रोपेलैंट्स की आपूर्ति के लिए उसके साथ साझेदारी की घोषणा की।
रिलायंस डिफेंस का इरादा यूरोप पर ध्यान केंद्रित कर वैश्विक रक्षा और गोला बारूद आपूर्ति श्रृंखला के क्षेत्र में भरोसेमंद भागीदार बनने का है। उसने अगले 12 से 24 महीनों में भारत में शीर्ष तीन रक्षा निर्यातकों में शामिल होने का लक्ष्य रखा है।
रिलायंस ग्रुप के संस्थापक चेयरमैन अनिल अंबानी ने कहा, ‘राइनमेटल के साथ रणनीतिक भागीदारी से भारत में अत्याधुनिक क्षमताएं आएंगी। देश के निजी रक्षा निर्माण क्षेत्र के लिए यह बड़ी सफलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समर्थित आत्मनिर्भर भारत के विजन के तहत हमारी महत्त्वाकांक्षा स्पष्ट है – रिलायंस डिफेंस को दुनिया के शीर्ष तीन रक्षा निर्यातकों में स्थान दिलाना। इसके जरिए हमारा उद्देश्य भारत को न केवल आत्मविश्वास के साथ अपनी घरेलू रक्षा जरूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाना है, बल्कि वैश्विक रक्षा आपूर्ति श्रृंखला में खुद को विश्वसनीय ताकत के रूप में स्थापित करना भी है।’
समझौता रिलायंस डिफेंस की अंतरराष्ट्रीय मौजूदगी बढ़ाने की योजना के अनुरूप है। कंपनी ने कहा कि उसने आगामी बढ़ोतरी के लिए मुख्य बाजार के तौर पर यूरोप की पहचान की है।
राइनमेटल एजी के मुख्य कार्याधिकारी अर्मिन पेपर्जर ने कहा, ‘अनिल अंबानी के रिलायंस ग्रुप के नेतृत्व में राइनमेटल की रिलायंस डिफेंस के साथ यह साझेदारी प्रधानमंत्री मोदी के मजबूत नेतृत्व में भारत के साथ साझेदारी की हमारी मजबूत प्रतिबद्धता दर्शाती है।’
रिलायंस डिफेंस धीरूभाई अंबानी डिफेंस सिटी (डीएडीसी) पहल के तहत विस्फोटक, बारूद और छोटे हथियारों के निर्माण के लिए समेकित संयंत्र लगाएगी। कंपनी ने कहा कि डीएडीसी को महाराष्ट्र के रत्नागिरि में वाटड इंडस्ट्रियल एरिया में विकसित किया जा रहा है।