गोलबल ब्रोकरेज फर्म जेफरीज रिसर्च ने ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) के शेयरों को लेकर बुलिश आउटलुक दिया है। ब्रोकरेज ने अपनी रिपोर्ट में प्रोडक्शन लेवल में तेजी और क्रूड व गैस की कीमतों में सुधार को अहम कारण बताया गया है। जेफरीज ने ONGC के शेयर के लिए ₹375 प्रति शेयर का टारगेट दिया है, जो 27 मार्च को रिपोर्ट जारी होने के समय के मुकाबले 56% की तेजी दर्शाता है। वहीं, बुल केस में ब्रोकरेज ने ₹430 प्रति शेयर का टारगेट रखा है, जो स्टॉक में मौजूदा स्तर से 79% की तेजी दर्शाता है।
रिसर्च फर्म ने अमेरिका में ONGC के चेयरमैन ए.के. सिंह और सीईओ विवेक टोंगावंकर के साथ इनवेस्टर्स की मीटिंग की। इसमें कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 से 2028 के दौरान हर साल 5-6% प्रोडक्शन ग्रोथ वृद्धि का टारगेट दोहराया है। कंपनी का कहना है कि यह ग्रोथ केजी बेसिन से मिड-2025 तक शुरू होने वाले क्रूड और गैस प्रोडक्शन और दमण में नए विकास कार्यों के चलते संभव होगी।
ONGC ने अपने एक ऐसे फील्ड के लिए BP को टेक्निकल सर्विस प्रोवाइडर के रूप में जोड़ा है, जो इसके कुल क्रूड उत्पादन में 32% और गैस उत्पादन में 20% का योगदान देता है। 10 साल की इस साझेदारी में BP का लक्ष्य ONGC के अनुमानित रिकवरी स्तर के मुकाबले क्रूड रिकवरी में 44% और गैस में 90% की बढ़ोतरी करना है। यदि यह योजना सफल होती है तो FY27 से ONGC का वार्षिक क्रूड उत्पादन 5% और गैस उत्पादन 8% तक बढ़ सकता है। इससे FY27-30 के दौरान कुल उत्पादन वृद्धि 10% CAGR से अधिक हो सकती है, हालांकि जेफरीज ने इन अनुमानों को अपनी वर्तमान गणनाओं में शामिल नहीं किया है।
जेफरीज ने यह भी कहा कि मुंबई हाई तेल क्षेत्र भूगर्भीय रूप से इराक के रुमायला फील्ड जैसा है, जहां BP ने 2009 में टेक्निकल सर्विसिज दी थीं। आठ वर्षों में वहां 17% की गिरावट दर के बावजूद उत्पादन 40% बढ़ा था। साथ ही रिकवरी 50% तक पहुंच गई, जबकि ONGC मुंबई हाई के लिए सिर्फ 30% की रिकवरी मानता है।
वहीं, कंपनी का अनुमान है कि FY26 में गैस उत्पादन का 20% हिस्सा नए ‘वेल गैस प्राइस’ के तहत आएगा, जो 2030 तक 100% हो जाएगा। ONGC का यह भी मानना है कि नए ऑयलफील्ड अमेंडमेंट बिल के तहत फिस्कल स्थिरता और वैश्विक कंपनियों को आकर्षित करने के लिए क्रूड पर विंडफॉल टैक्स $100 प्रति बैरल से ऊपर रहना चाहिए, जिससे पुराने $75 प्रति बैरल की सीमा से आगे की भागीदारी संभव हो सकेगी।
जेफरीज का अनुमान है कि FY25-27 के लिए क्रूड उत्पादन में 2% और गैस में 9% की CAGR रहेगी, जबकि मुंबई हाई से उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बेहतर उत्पादन और गैस प्राइसिंग के चलते FY25-27 में कंपनी की प्रति शेयर आय (EPS) में 14% की CAGR दिख सकती है। साथ ही, वर्तमान स्टॉक वैल्यू में $55 प्रति बैरल का क्रूड मान लिया गया है, जिससे रिस्क-रिवॉर्ड अनुपात निवेशकों के लिए फायदेमंद बनता है।
ओएनजीसी के शेयर में बुधवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 1.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह ₹250.8 प्रति शेयर पर पहुंच गया। बाद में शेयर ने बढ़त को कम करते हुए 0.35 प्रतिशत की बढ़त के साथ ₹248.9 प्रति शेयर पर कारोबार किया, जबकि निफ्टी 50 में सुबह 11:15 बजे 0.53% की बढ़त दर्ज की गई।
कंपनी के शेयरों में बुधवार को चौथे दिन भी बढ़त जारी रही। बेंचमार्क निफ्टी 50 में 1.73 प्रतिशत की गिरावट के मुकाबले इस साल शेयर में 4.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बीएसई के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी का कुल मार्केट कैप 3.14 लाख करोड़ रुपये है।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)