नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने मंगलवार को लोकप्रिय निफ्टी-50 इंडेक्स, निफ्टी फाइनैंशियल सर्विसेज और निफ्टी मिडकैप इंडाइसेज के डेरिवेटिव अनुबंधों (derivatives contracts) के लॉट साइज में कटौती की घोषणा की। एक्सचेंज ने निफ्टी-50 के ज्यादातर लोकप्रिय अनुबंध का लॉट साइज पहले के 50 से घटाकर 25 कर दिया है।
एनएसई ने कहा कि ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध सभी अनुबंधों मसलन साप्ताहिक, मासिक, तिमाही और अर्धवार्षिक आधार पर एक्सपायर होने वाले का लॉट साइज 26 अप्रैल, 2024 से संशोधित हो जाएगा।
डेरिवेटिव सेगमेंट में लॉट साइज का मतलब शेयरों की तय संख्या से है, जो ट्रेडिंग वाले किसी अनुबंध के लिए होते हैं। उदाहरण के लिए अगर किसी का लॉट साइज 25 है तो अनुबंध की ट्रेडिंग इसके गुणक में ही होगी।
विशेषज्ञों ने कहा कि लॉट साइज में कटौती से टर्नओवर बढ़ेगा और खुदरा भागीदारी मजबूत होगी क्योंकि ट्रेडिंग के लिए इसे आधा कर दिया गया है। इससे निफ्टी के सौदे की कीमत 11.2 लाख रु. से घटकर 5.6 लाख रु. रह जाएगी। साथ ही मार्जिन जरूरत भी 1.28 लाख रु. से घटाकर 64 हजार की गई है।
निफ्टी फाइनेंशियल के लिए लॉट 40 की जगह 25 का होगा। निफ्टी मिडकैप सलेक्ट के लिए इसे 75 से 50 किया गया है। इन दोनों सूचकांकों के लिए संशोधित लॉट जुलाई 2024 एक्सपायरी होगा।