त्वरित सेवा वाली रेस्टोरेंट (क्यूएसआर) कंपनियों के स्टोर से अप्रैल-जून तिमाही में बिक्री कमजोर रही और मुनाफा भी सुस्त रफ्तार से बढ़ा। जहां कड़ी प्रतिस्पर्धा और सुस्त शहरी मांग ने इस क्षेत्र पर दबाव पैदा किया वहीं, वहीं देश की सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनी जुबिलेंट फूडवर्क्स ने एक बार फिर दो अंकों की एसएसएस वृद्धि के साथ अपनी अलग पहचान बनाई।
डोमिनोज पिज्जा के दम पर एकल राजस्व में सालाना आधार पर 18 प्रतिशत वृद्धि हुई। ऑर्डर 17.3 प्रतिशत बढ़े। लाइक-फॉर-लाइक सेगमेंट में बिक्री 11.6 प्रतिशत बढ़ी। डोमिनोज की एसएसएस वृद्धि 11.6 प्रतिशत पर स्थिर रही। यह लगातार तीसरी तिमाही है जिसमें वृद्धि दो अंक में रही। डिलिवरी ने बढ़त बनाए रखी। राजस्व में 25 प्रतिशत और लाइक-फॉर-लाइक वृद्धि 20 प्रतिशत रही। डिलिवरी का फिलहाल कुल राजस्व में 73 प्रतिशत योगदान है। यह एक साल पहले 69 प्रतिशत था। लंच के समय ग्राहकों की बढ़ती संख्या के कारण रेस्टोरेंट में बैठकर खाने से राजस्व में सालाना आधार पर 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज के विश्लेषक नवीन त्रिवेदी ने कहा, ‘ग्राहक जोड़ने और ऑर्डरों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के जुबिलेंट के प्रयासों से मजबूत डिलिवरी वृद्धि में मदद मिल रही है। वैल्यू-आधारित पेशकश और उत्पाद नवाचार से वित्त वर्ष 2026 में ऑर्डर वृद्धि को लगातार मदद मिलेगी।’
मार्जिन काफी हद तक बाजार अनुमान के अनुरूप रहे। भारी निवेश मार्जिन प्रभावित करने वाली पेशकशों के कारण सकल मार्जिन सालाना आधार पर 200 आधार अंक घटकर 74.1 फीसदी रह गया। हालांकि परिचालन लाभ सालाना आधार पर 22 फीसदी चढ़ गया और परिचालन मार्जिन 40 आधार अंक तक सुधरा। आधार तिमाही में राजनीतिक योगदान के समायोजन के साथ मार्जिन 12 फीसदी पर सपाट रहा।
मार्जिन बनाए रखने में बेहतर सोर्सिंग और बिना मूल्य वृद्धि के साथ बेहतर मूल्य पेशकशों ने मदद की। जयकुमार दोशी के नेतृत्व में कोटक सिक्योरिटीज के विश्लेषकों ने डोमिनोज के ‘बेहतर क्रियान्वयन, सफल नवाचारों और प्रतिस्पर्धियों की तुलना में सुधरते प्राइस-वैल्यू समीकरण’ को महत्त्व दिया है। कंपनी ने कमजोर आर्थिक परिवेश में कीमतें बढ़ाने से परहेज किया है और आपूर्ति-श्रृंखला दक्षताओं के माध्यम से मार्जिन सुरक्षित बनाए रखा है। कोटक सिक्योरिटीज ने इस शेयर के लिए कीमत लक्ष्य बढ़ाया है और ‘जोड़ें’ रेटिंग बरकरार रखी है। मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज ने महंगे मूल्यांकन का हवाला देते हुए ‘तटस्थ’ रेटिंग बनाए रखी है।
इस बीच, प्रतिस्पर्धियों को संघर्ष का सामना करना पड़ा है। न्यून आधार के बावजूद देवयानी इंटरनैशनल और सफायर फूड्स इंडिया की पिज्जा हट श्रृंखलाओं पर शहरी मंदी का सबसे ज्यादा असर पड़ा। सफायर के पिज्जा हट की एसएसएस बिक्री में -7 प्रतिशत आधार के मुकाबले 8 प्रतिशत की गिरावट आई। देवयानी ने -8.6 प्रतिशत आधार के मुकाबले इसमें 4.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की।
सफायर के केएफसी व्यवसाय ने जनवरी-मार्च तिमाही में 1 प्रतिशत की वृद्धि के बाद स्टोर बिक्री में स्थिर वृद्धि दर्ज की। देवयानी की केएफसी शाखा में 0.7 प्रतिशत की कमजोरी दर्ज की गई जो लगातार नौवीं तिमाही में गिरावट थी। ऐंटीक स्टॉक ब्रोकिंग का सफायर पर सतर्क नजरिया है और अनुमान से कम सुधार को देखते हुए वित्त वर्ष 2026 तथा 2027 के परिचालन लाभ अनुमान 13 फीसदी और 14 फीसदी तक घटाए हैं।
जेएम फाइनैंशियल ने देवयानी के परिचालन लाभ अनुमानों में 4-10 प्रतिशत और मार्जिन पूर्वानुमानों में 50-90 आधार अंक की कटौती की है। यह कटौती देवयानी की वैल्यू ऑफर और कॉम्बो के माध्यम से अधिक लेनदेन बढ़ाने की रणनीति के अनुरूप है जिससे अल्पावधि में मार्जिन कम हो सकता है, लेकिन औसत दैनिक बिक्री वृद्धि में सुधार आ सकता है।
वेस्टलाइफ फूडवर्ल्ड ने लगातार तीसरी तिमाही में सकारात्मक एसएसएस वृद्धि दर्ज की। इसमें अधिक ग्राहक संख्या और बड़ी संख्या में ऑर्डर शामिल हैं। लेकिन बढ़ती कर्मचारी लागत ने परिचालन मार्जिन को 7.7 प्रतिशत पर सीमित कर दिया। ऐंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने ‘होल्ड’ रेटिंग बरकरार रखी है और अल्पावधि में कर्मचारियों की बढ़ी लागत के कारण वित्त वर्ष 2026/वित्त वर्ष 2027 के परिचालन लाभ अनुमानों में 2-4 प्रतिशत की कटौती की है।
रेस्टोरेंट ब्रांड्स एशिया (बर्गर किंग इंडिया) ने 2.6 फीसदी की घरेलू स्टोर वृद्धि दर्ज की जो 4 फीसदी के अनुमान से कम है। मार्जिन भी उम्मीद से कम रहा। निर्मल बांग इक्विटीज में विश्लेषक कृष्णन सांबमूर्ति और सनी भद्रा को इस बात के संकेत नहीं दिख रहे हैं कि बर्गर किंग या क्यूएसआर सेक्टर कमजोर शहरी मांग के बीच बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। उसके इंडोनेशियाई कारोबार में शुरुआती सुधार के संकेत दिखे हैं। लेकिन मुनाफे के आसार अभी भी दूर दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं। ब्रोकरेज ने उचित मूल्यांकन को देखते हुए इस शेयर को ‘होल्ड’ रेटिंग दी है।