जेन स्ट्रीट ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि वह भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा लगाए गए प्रतिबंध का विरोध करेगी। सेबी अमेरिका की इस हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग कंपनी पर बाजार में हेरफेर करने का आरोप लगाया है। मगर कंपनी ने कहा है कि जिस प्रथा पर सवाल उठाया जा रहा है वह दरअसल ‘बुनियादी इंडेक्स आर्बिट्रेज ट्रेडिंग’ थी।
जेन स्ट्रीट ने कर्मचारियों को भेजे गए एक आंतरिक ईमेल में कहा है कि वह सेबी द्वारा लगाए गए बेहद भड़काऊ आरोपों से काफी निराश है। उसने यह भी कहा है कि कंपनी एक औपचारिक जवाब तैयार कर रही है। उस आंतरिक ईमेल को रॉयटर्स ने भी देखा है।
हालांकि ईमेल में विस्तार से नहीं बताया गया है कि जेन स्ट्रीट की संभावित कार्रवाई क्या हो सकती है। शुक्रवार को सेबी ने जेन स्ट्रीट को बाजार में प्रतिभूतियों की खरीद-फरोख्त करने से रोक दिया था और उसके 56.7 करोड़ डॉलर के फंड जब्त कर लिए थे।
सेबी ने आरोप लगाया है कि जेन स्ट्रीट ने सुबह के कारोबार में बैंक निफ्टी सूचकांक को कृत्रिम रूप से समर्थन देने के लिए नकद एवं वायदा बाजारों में बड़ी मात्रा में लिवाली की और इंडेक्स ऑप्शंस में बड़ी शॉर्ट पोजीशन बनाई जिनका बाद में दिन में उपयोग किया गया।