एलएसईजी डेटा ऐंड ऐनालिटिक्स के अनुसार निवेश बैंकरों ने 2025 की पहली छमाही में इक्विटी पूंजी बाजार (ईसीएम) गतिविधियों से करीब 27.3 करोड़ डॉलर की शुल्क आय हासिल की, जो पिछले वर्ष की समान अवधि के 26.4 करोड़ डॉलर से 3.4 प्रतिशत अधिक है।
यह वृद्धि जुटाई गई पूंजी में 16 प्रतिशत की गिरावट आने के बावजूद दर्ज की गई। घरेलू ईसीएम संबंधित पूंजी जुटाने का आंकड़ा 25.7 अरब डॉलर रहा, जो वर्ष 2024 की पहली छमाही में 30.8 अरब डॉलर था। ईसीएम सौदों की संख्या भी 286 के मुकाबले 31 प्रतिशत घटकर 196 हो रह गई।
एचडीबी फाइनैंशियल सर्विसेस और हेक्सावेयर से 1 अरब डॉलर के दो आईपीओ की मदद से आईपीओ पेशकशें 21 प्रतिशत बढ़कर 5.9 अरब डॉलर पर पहुंच गईं, जो अब तक की सबसे दमदार पहली छमाही है। हालांकि, आईपीओ की संख्या 30 प्रतिशत घटकर 110 हो गई।
ब्लॉक डील, पात्र संस्थागत नियोजन और राइट्स इश्यू सहित फॉलो-ऑन पेशकशें कुल 18.4 अरब डॉलर पर रही, जो पिछले साल के रिकॉर्ड 26 अरब डॉलर से 29 प्रतिशत कम है। प्रमुख फॉलो-ऑन सौदों में मेकमाईट्रिप का नैस्डैक पर 1.66 अरब डॉलर और ब्रिटिश अमेरिकन टोबैको द्वारा आईटीसी में और सिंगटेल द्वारा भारती एयरटेल में 1.51 अरब डॉलर के ब्लॉक डील शामिल हैं।
उद्योग के विश्लेषकों ने पहली छमाही को निवेश बैंकिंग के लिए एक मजबूत अवधि बताया। इस अवधि में सौदा करने वालों के लिए भारी बोनस की भविष्यवाणी की गई है। उनका कहना है कि एक मजबूत ऑर्डर प्रवाह के साथ, दूसरी छमाही के लिए दृष्टिकोण आशावादी बना हुआ है।