शेयर बाजार

हॉन्ग-कॉन्ग को पछाड़ भारत फिर बना दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बाजार

अभी हॉन्गकॉन्ग का बाजार 12 महीने आगे के 9 गुना पीई पर कारोबार कर रहा है जबकि भारत के लिए यह 20 गुना है।

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मयंक पटवर्धन   
Last Updated- June 14, 2024 | 11:42 PM IST

भारतीय शेयर बाजारों ने एक बार फिर हॉन्ग-कॉन्ग को पीछे छोड़कर वैश्विक स्तर पर चौथे पायदान पर कब्जा जमाया है। चुनाव नतीजों के दिन के निचले स्तर से बाजारों में तीव्र सुधार के बाद भारत का बाजार पूंजीकरण 10 फीसदी बढ़कर 5.2 लाख करोड़ डॉलर यानी 435 लाख करोड़ रुपये (BSE में सूचीबद्ध कंपनियां) पर पहुंच गया।

इसकी तुलना में हॉन्ग-कॉन्ग का बाजार पूंजीकरण 5.17 लाख करोड़ डॉलर है, जो इस साल के उसके उच्चस्तर 5.47 लाख करोड़ डॉलर से 5.4 फीसदी कम है।

भारत ने हॉन्ग-कॉन्ग की मार्केट वैल्यू को इस साल पहली बार जनवरी में पीछे छोड़ा था। तब इन दोनों की बाजार वैल्यू कई बार एक दूसरे से कम या ज्यादा होती रही है। इस साल के निचले स्तर 4.3 लाख करोड़ डॉलर से हॉन्गकॉन्ग का बाजार पूंजीकरण 27 फीसदी चढ़ा है और इसका कारण हॉन्गकॉन्ग और चीन की इक्विटी में सुधार के अलावा पेइचिंग की नीतियां रही हैं।

अभी हॉन्गकॉन्ग का बाजार 12 महीने आगे के 9 गुना पीई पर कारोबार कर रहा है जबकि भारत के लिए यह 20 गुना है। प्राइस टु बुक के आधार पर भारत 3 गुना पर कारोबार कर रहा है जबकि हॉन्गकॉन्ग महज एक गुना पर।

First Published : June 14, 2024 | 10:46 PM IST