मुंबई की रियल्टी कंपनियां मैक्रोटेक डेवलपर्स (LODHA) और ओबेरॉय रियल्टी (Oberoi Realty) पिछले एक महीने के दौरान सर्वाधिक चढ़ने वाले शेयरों में शामिल रहे। इन शेयरों में 29 प्रतिशत से 33 प्रतिशत तक की तेजी आई।
मुंबई के मुख्य बाजार में मौजूदा मजबूत बिक्री रुझान, जनवरी-मार्च तिमाही में दमदार बुकिंग और वित्त वर्ष 2025 के लिए शानदार अनुमानों ने इन कंपनियों के प्रति उत्साह पैदा किया है। भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई से इनके राजस्व में इजाफा देखा गया है।
इन दोनों ने डीएलएफ (DLF) और गोदरेज प्रॉपर्टीज जैसी प्रतिस्पर्धी कंपनियों से भी बेहतर प्रदर्शन किया है। दोनों प्रतिस्पर्धियों ने इस अवधि के दौरान मझोले एक अंक के आंकड़े में रिटर्न दिया। अल्पावधि सकारात्मक बदलाव मई में मुंबई में आवासीय इकाइयों के पंजीकरण से आया जिसमें 22 प्रतिशत की तेजी आई और जो 12 महीने में सर्वाधिक है।
औसत आकार में मामूली वृद्धि के परिणामस्वरूप पंजीकृत आवासों का कुल मूल्य 24 प्रतिशत बढ़कर 17,200 करोड़ रुपये हो गया। जनवरी से मई तक, फ्लैटों का पंजीकरण 60,819 पर पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत की वृद्धि है। इस दौरान 2 प्रतिशत तक बढ़कर 81,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गई।
नुवामा रिसर्च के विश्लेषकों परवेज काजी और वासुदेव गनात्रा का मानना है कि बिक्री में तेजी बनी रहेगी, क्योंकि इसे मजबूत व्यवसाय विकास लक्ष्यों, सुधरते नकदी प्रवाह, स्थिर ब्याज दरों, विविधता और बाजार हिस्सेदारी में वृद्धि से मदद मिलेगी।
उनका मानना है कि मुंबई में संगठित डेवलपरों जैसे मैक्रोटेक डेवलपर्स, ओबेरॉय रियल्टी, गोदरेज प्रॉपर्टीज और सनटेक रियल्टी को शहर में मजबूत आवासीय बिक्री का फायदा मिलेगा। ताजा बिक्री का प्रदर्शन और मुंबई की बड़ी कंपनियों के प्रति नजरिया मजबूत हुआ है।
लोढ़ा ने बुकिंग के लिहाज से मार्च में अपना सबसे अच्छी तिमाही दर्ज की और बुकिंग का आंकड़ा बढ़कर 4,230 करोड़ रुपये पर पहुंच गया जो एक साल पहले की तुलना में 40 प्रतिशत ज्यादा है। कंपनी को 50 लाख वर्ग फुट की नई पेशकश से मदद मिली है। कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में कुल 14,500 करोड़ रुपये की बुकिंग दर्ज की।
वित्त वर्ष 2025 के लिए लोढ़ा को 17,500 करोड़ रुपये की बुकिंग का अनुमान है। उसे उम्मीद है कि ज्यादा नए लांच और कीमतों में थोड़े से इजाफे से एक साल पहले की तुलना में बिक्री में 20 प्रतिशत की वृद्धि होगी। वित्त वर्ष 2025 के दौरान व्यवसाय विकास पहलों और निर्माण खर्च में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है जबकि कंपनी ने 2025-26 (वित्त वर्ष 2026) तक 0.5 गुना से कम शुद्ध ऋण-इक्विटी अनुपात, 30 प्रतिशत मार्जिन और इक्विटी पर 20 प्रतिशत रिटर्न के अपने अनुमान को बरकरार रखा है।
आईआईएफएल सिक्योरिटीज ने 1,250 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ ‘जोड़ें’ रेटिंग दी है और पालवा सिटी में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास से आगामी नकदी प्रवाह और कंपनी की शुद्ध परिसंपत्ति वैल्यू को फायदा होने का अनुमान जताया है।
वित्त वर्ष 2024 में दमदार प्रदर्शन के बाद ओबेरॉय रियल्टी ने अगले कुछ वर्षों के दौरान बिक्री के लिए मजबूत परिसंपत्ति आधार तैयार किया है। कंपनी ने अपने विकास पोर्टफोलियो का विस्तार किया है, जिसमें गुरुग्राम परियोजना (14.8 एकड़) और मुंबई/ठाणे की संपत्तियां जैसे आदर्श नगर, वर्ली (620,000 वर्ग फुट), ताड़देव (260,000 वर्ग फुट) और पोकरण रोड (6.24 एकड़) शामिल हैं, जिनकी सकल डेवलपमेंट वैल्यू 13,000 करोड़ रुपये से 15,000 करोड़ रुपये तक है।
अल्पावधि में ओबेरॉय रियल्टी को अपनी पोकरण रोड परियोजना शुरू किए जाने की उम्मीद है जिससे वित्त वर्ष 2025 में बिक्री में इजाफा होगा और वित्त वर्ष 2026 में अतिरिक्त पेशकश की जाएंगी जिनमें ताड़देव रीडेवलपमेंट प्रोजेक्ट, गुरुग्राम और आदर्श नगर शामिल हैं।
इलारा कैपिटल के विश्लेषकों राहुल जैन और तन्वी तंबट का मानना है कि ओबेरॉय रियल्टी के पास गोरेगांव और बोरीवली जैसे महंगे बाजारों में लगभग 18,000 करोड़ रुपये की बिना बिकी संपत्ति है जो वित्त वर्ष 24 के बिक्री पूर्व रन रेट के आधार पर अगले चार वर्षों के लिए आय की संभावना प्रदान करती है।
उनका यह भी कहना है कि कंपनी की वित्तीय मजबूती उसकी बैलेंस शीट और उद्योग में 10 प्रतिशत से कम के शानदार नेट गियरिंग रेश्यो से भी स्पष्ट होती है। इलारा कैपिटल ने 2,350 रुपये प्रति शेयर के कीमत लक्ष्य के साथ ‘खरीदें’ रेटिंग बरकरार रखी है।