SBI Action and MTNL share price: भारत में सरकारी टेलीकॉम कंपनियों में सुधार की बात तो लगातार चल रही है मगर इस बीच एक ऐसी कंपनी भी है, जिसने निवेशकों को रिटर्न तो शानदार दिया है मगर वह खुद घाटे में चल रही है। अंतिम कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को इस सरकारी नवरत्न कंपनी के खिलाफ भारत के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने भी एक्शन ले लिया है।
भारत की इस सरकारी कंपनी का नाम MTNL है। MTNL (महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड) है। इस कंपनी ने निवेशकों को एक साल में 90.54%, जबकि, साल 2024 में अबतक (year to date/YTD) 66.14% का रिटर्न दे दिया है। MTNL के शेयर 5 सालों में 630.60% चढ़ चुके हैं। हाल ही में MTNL ने एक्सचेंजों को बताया था कि उसके पास पर्याप्त फंड नहीं है, जिसकी वजह से वह ब्याज को नहीं चुका पा रही है।
कुछ इसी से जुड़ा मामला फिर सामने आया है। 4 अक्टूबर यानी शुक्रवार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने MTNL को एक नोटिस भेजा। MTNL ने इस नोटिस के बारे में जानकारी एक्सचेंजों को भी दी। SBI ने MTNL को लिखा, ‘टर्म लोन अकाउंट में किस्त और ब्याज का भुगतान 30.06.2024 को होना था। मगर वह MTNL की तरफ से नहीं किया गया और वह पेमेंट ओवरड्यू हो गया। चूंकि, 90 दिन बीत चुके हैं, इसलिए बैंक के अकाउंट कैटेगरी को 28.09.2024 से एनपीए सब स्टैंडर्ड (NPA Sub Standard) कैटेगरी में रख दिया गया है।
SBI ने कहा कि 30 सितंबर 2024 तक ने MTNL के अकाउंट में कुल बकाया 325,52,82,396.20 रुपये है। जिसमें से 281,62,37,053.45 रुपये ओवरड्यू है। अकाउंट को नियमित करने के लिए यह राशि तत्काल प्रभाव से देय है और तुरंत भुगतान किया जाना है। इसको आसान भाषा में समझें तो चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही (Q2FY25) के अंत में SBI के अकाउंट में MTNL का कुल बकाया 325.53 करोड़ रुपये है। इसमें से 30 सितंबर को 281.62 करोड़ रुपये का ओवरड्यू है। यानी 30 सितंबर तक 281.62 करोड़ रुपये MTNL को चुकाने थे।
SBI ने कहा कि अगर MTNL ओवरड्यू का निपटारा नहीं करती है तो ऐसे बकाया पर दंडात्मक ब्याज दर वसूल (interest is chargeable on such outstanding) की जाती है।
बैंक ने आगे कहा कि अगर बताई गई अवधि के भीतर भुगतान में चूक होती है, तो बैंक पूरे लोन और ब्याज की वसूली के लिए कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होगा और बैंक के पास उपलब्ध अन्य कदम उठाने का अधिकार होगा। इसमें सिक्योरिटीज का इन्फोर्समेंट भी शामिल है।
बैंक ने कहा, ‘हमें अब तक विभिन्न मीडिया रिपोर्टों पर आपकी सलाह प्राप्त नहीं हुई है, जिनमें कहा गया है कि सरकार MTNL के बकाया का भुगतान करेगी और दूरसंचार विभाग (department of telecom/ DOT) ने कहा है कि कोई चूक नहीं होगी। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि इन मीडिया रिपोर्टों के मद्देनजर हमारी टर्म लोन सुविधा की स्थिति के बारे में जानकारी प्रदान करें।’
गौरतलब है कि MTNL में सुधार की बात लगातार चल रही है। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक बयान में कहा था कि टेलीकॉम डिपार्टमेंट MTNL पर बारीकी से नजर रख रहा है।
SBI ने MTNL को लिखे पत्र में कहा, हमें स्टॉक एक्सचेंज प्रेस विज्ञप्ति से जानकारी मिली है कि MTNL ने नई दिल्ली के पंखा रोड पर 13.88 एकड़ लैंड पार्सल को हाउसिंग और कमर्शियल स्थान के तौर पर संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए NBCC के साथ एक समझौता किया है। कृपया समझौते (MoU) का विवरण प्रदान करें और बताएं कि क्या प्रोजेक्ट्स से प्राप्त आय का उपयोग बकाया को चुकाने के लिए किया जाएगा।’
MTNL ने 18 सितंबर को बताया था कि ब्याज और किस्त का भुगतान न करने पर पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के साथ उसके लोन अकाउंट को इस महीने गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) में डाउनग्रेड कर दिया गया है। PNB ने MTNL को यह नोटिस 13 सितंबर, 2024 को भेजा था। नोटिस के मुताबिक, कई खातों में बकाया राशि लगभग 441 करोड़ रुपये है, जबकि ओवरड्यू की रकम 46 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
29 अगस्त 2024 को एक रेगुलेटरी फाइलिंग में MTNL ने कहा था कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने बकाया भुगतान न करने पर एमटीएनएल के सभी खाते फ्रीज कर दिए हैं। एमटीएनएल ने कहा था कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने 21 अगस्त को कंपनी को लोन का भुगतान न करने पर उसके सभी खाते फ्रीज करने के बारे में सूचित किया था।
उस दौरान, MTNL ने शेयर बाजार को बताया था कि उसने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से लिए गए 155.76 करोड़ रुपये, SBI से 140.37 करोड़ रुपये, बैंक ऑफ इंडिया (BoI) से 40.33 करोड़ रुपये, पंजाब एंड सिंध बैंक से 40.01 करोड़ रुपये, पंजाब नेशनल बैंक से 41.54 करोड़ रुपये और यूको बैंक से 4.04 करोड़ रुपये के भुगतान में चूक की है।
MTNL के शेयरों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। कंपनी ने पिछले 6 महीने में 40.18% का रिटर्न दिया है। मौजूदा समय में इसका मार्केट कैप (MTNL mcap) 3,475.08 करोड़ रुपये है। 29 जुलाई को MTNL के शेयरों ने 1 साल यानी 52 वीक का हाई लेवल दर्ज किया था और इसके शेयर 101.93 रुपये पर पहुंच गए थे। जबकि, 26 अक्टूबर 2023 को इसके शेयर 1 साल के लो लेवल (25.25 रुपये) पर ट्रेड किए थे।
पिछले कारोबारी दिन यानी 4 अक्टूबर को इसके शेयर 3.13 % की गिरावट के साथ 55.16 रुपये पर क्लोज हुए। 1 महीने का आंकड़ा देखा जाए तो इसके शेयरों में 1.02% की गिरावट आई है तो वहीं, 1 सप्ताह में इसके शेयर करीब 5 फीसदी तक चढ़ गए हैं।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पहले एक बयान में कहा था कि BSNL अक्टूबर 2024 तक पूरे देश में 4G सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 80,000 मोबाइल टावर स्थापित करेगा। इसके अलावा, बाकी 21,000 टावर मार्च 2025 तक इंस्टॉल किए जाएंगे। कंपनी ने 5G सेवा की टेस्टिंग शुरू कर दी है और अपने नेटवर्क अपग्रेड में पूरी तरह से भारत में बने इंस्ट्रूमेंट्स का उपयोग कर रही है।
भारत सरकार के पास MTNL में 56.25 फीसदी की बहुलांश हिस्सेदारी (majority stake) है। यह मुंबई और दिल्ली में टेलीकॉम सर्विसेज प्रोवाइड करती है। इसी साल के अगस्त महीने में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कर्मचारी लागत को कम करने, 4G सेवाओं के लिए स्पेक्ट्रम के प्रशासनिक आवंटन (administrative allotment), सॉवरिन गारंटी बॉन्ड बढ़ाकर डेट रीस्ट्रक्चरिंग, एसेट्स के मोनेटाइजेशन और BSNL और MTNL के मर्जर के लिए सैद्धांतिक मंजूरी देकर ‘BSNL और MTNL की पुनरुद्धार योजना’ (Revival plan of BSNL and MTNL) को भी मंजूरी दी थी। विशेषज्ञों का मानना है कि इस वजह से भी कंपनी के शेयरों में उछाल देखने को मिल रहा है।
हालांकि, पश्चिम एशिया में संघर्ष गहराने से ग्लोबल इन्वेस्टर्स जोखिम वाली एसेट्स को बेच रहे हैं। साथ ही साथ तेल के दाम में भी तेजी देखी जा रही है। चीन में सरकारी प्रोत्साहन के दम पर शेयर बाजार चढ़ने से विदेशी निवेशकों (FPIs) भी चीनी शेयर बााजार की ओर निवेश करना शुरू कर दिए हैं। ऐसे में 4 अक्टूबर यानी अंतिम कारोबारी दिन ही शेयर बाजार लगातार चौथे दिन गिरा। बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 50 करीब 1 फीसदी नीचे बंद हुए। इस दौरान MTNL के शेयरों में भी गिरावट दिखी।