BPCL Dividend: भारत की दूसरी सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन ने लाभांश (dividend) से 2,413 करोड़ रुपये भारत सरकार को दिए हैं। डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) के सेक्रेटरी ने आज जानकारी देते हुए बताया कि ‘सरकार को लाभांश किस्त के रूप में BPCL से लगभग 2,413 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं।
बता दें कि सरकारी कंपनी होने के नाते भारत सरकार BPCL की प्रमोटर है। 30 जून 2024 के डेटा के मुताबिक, प्रमोटर की BPCL में 52.98% हिस्सेदारी है। ऐसे में कंपनी ने वित्त वर्ष 24 के दौरान जितना भी डिविडेंड का ऐलान किया होगा, उसका 52.98% हिस्सा सरकार के खाते में चला गया होगा। बाकी बची हिस्सेदारी म्यूचुअल फंड, विदेशी निवेशकों औऱ रिटेल निवेशकों के पास है।
BPCL के चेयरमैन और MD जी कृष्णकुमार ने आज शेयर बाजार को दिए बयान में कहा, ‘वर्ष 2023-24 कंपनी की ग्राहक केंद्रितता, लचीलापन और विकास मानसिकता (customer centricity, resilience and growth mindset) की लगभग पांच दशकों की स्थायी विरासत के प्रमाण के रूप में इतिहास में दर्ज किया जाएगा। मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि आपकी कंपनी ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और सफलता के नए मानक स्थापित किए हैं। हमने 26,673.50 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड लाभ, 39.93 MMT का उच्चतम थ्रूपुट और 51.04 MMT की उच्चतम बाजार बिक्री प्रदान की।’
उन्होंने कगा, ‘इस शानदार प्रदर्शन के मद्देनजर, बोर्ड ने 21 रुपये प्रति शेयर के अंतिम प्री बोनस डिविडेंड का प्रस्ताव रखा है। इससे साल के लिए कुल लाभांश (total dividend) 42 रुपये प्रति शेयर हो गया है, जो वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले 10.50 गुना बढ़ोतरी दर्शाता है। अपने शेयरहोल्डर्स को और अधिक रिवार्ड देने के लिए, बोर्ड ने 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर भी जारी किए हैं।’
BPCL के शेयरों ने आज यानी 2 सितंबर को 1 साल (52 वीक) का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इंट्रा डे ट्रेड के दौरान कंपनी के शेयर NSE पर 1% की बढ़त दर्ज करते हुए 367.20 रुपये तक पहुंच गए। हालांकि, बाद में बढ़त में मामूली गिरावट आई औऱ कंपनी के शेयर (BPCL Share Price) 0.24 % की बढ़त के साथ 358.50 रुपये (BPCL Share closing price) पर क्लोज हुए।
विशेषज्ञों का मानना है कि ब्रेंट क्रूड की कीमतों में गिरावट आने की वजह से BPCL के शेयरों में तेजी आई। तेल की कीमतों में गिरावट से कंपनी के मॉर्जिन में बढ़ोतरी हो सकती है। बता दें कि जब तेल की कीमतों में गिरावट आती है तो ऑयल मार्केटिंग कंपनियों यानी OMC की इनपुट लागत कम हो जाती है और मार्जिन ज्यादा बढ़ाने के लिए छूट देती हैं।
BPCL के शेयरों ने 1 साल में निवेशकों को 107.93% रिटर्न दिया है। जबकि, 3 महीने में कंपनी के शेयरों में करीब 7.5% का उछाल आया है। पिछले एक हफ्ते में कंपनी के शेयरों ने 2.08% का रिटर्न दिया है।
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष 2024-25 (FY24) में अब तक CPSE (central public sector enterprises) से डिविडेंड के माध्यम से सरकार को 15,389.14 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। इसमें इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IPO) से 5,091 करोड़ रुपये, इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ICIL) से 40 करोड़ रुपये, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (PFC) से 554 करोड़ रुपये और टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (TCIL) से स्पेशल डिविडेंड के रूप में 3,443 करोड़ रुपये शामिल हैं।
इसके अलावा, देश के सबसे बड़ी बीमा कंपनी जीवन बीमा निगम (LIC) ने पिछले सप्ताह FY24 के लिए 3,662.17 करोड़ रुपये का लाभांश दिया। यह राशि मार्च 2024 में LIC की तरफ से दिए गए 2,441.45 करोड़ रुपये के अंतरिम लाभांश (interim dividend) के अतिरिक्त है।
चालू वित्त वर्ष में, सरकार ने PSU से डिविडेंड के रूप में 56,260 करोड़ रुपये जुटाने का बजट अनुमान रखा है, जो वित्त वर्ष 2023-24 में 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है।