facebookmetapixel
अक्टूबर में GST की आमदनी ₹1.96 ट्रिलियन, त्योहारों ने बढ़ाई बिक्री लेकिन ग्रोथ धीमीत्योहारों ने बढ़ाई UPI की रफ्तार, अक्टूबर में रोजाना हुए 668 मिलियन ट्रांजैक्शनHUL पर ₹1,987 करोड़ का टैक्स झटका, कंपनी करेगी अपीलSrikakulam stampede: आंध्र प्रदेश के मंदिर में भगदड़, 10 लोगों की मौत; PM Modi ने की ₹2 लाख मुआवजे की घोषणाCar Loan: सस्ते कार लोन का मौका! EMI सिर्फ 10,000 के आसपास, जानें पूरी डीटेलBlackRock को बड़ा झटका, भारतीय उद्यमी पर $500 मिलियन धोखाधड़ी का आरोपकोल इंडिया विदेशों में निवेश की दिशा में, पीएमओ भी करेगा सहयोगLPG-ATF Prices From Nov 1: कमर्शियल LPG सिलेंडर में कटौती, ATF की कीमतों में 1% की बढ़ोतरी; जानें महानगरों के नए रेटMCX पर ट्रेडिंग ठप होने से सेबी लगा सकती है जुर्मानासीआईआई ने सरकार से आग्रह किया, बड़े कर विवादों का तेज निपटारा हो

FPI का भारतीय शेयरों में घटा 11 फीसदी निवेश, पिछले साल के मुकाबले आई 70 अरब डॉलर की कमी

Last Updated- May 17, 2023 | 5:16 PM IST
FPI Selling

भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का निवेश 2023 की मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 11 फीसदी घटकर 542 अरब डॉलर रह गया है। मॉर्निंगस्टार की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

जनवरी-मार्च, 2022 में भारतीय शेयर बाजार में FPI का निवेश 612 अरब डॉलर था। तिमाही आधार पर भारतीय शेयर बाजार में FPI का निवेश सात प्रतिशत घटा है। अक्टूबर-दिसंबर, 2022 में यह 584 अरब डॉलर रहा था।

इससे पिछली लगातार तीन तिमाहियों में भारतीय शेयर बाजारों में उनका निवेश बढ़ा था। इसके साथ ही भारतीय शेयरों में FPI का बाजार पूंजीकरण (mcap) मार्च, 2022 के 17.8 प्रतिशत से घटकर 17.3 प्रतिशत रह गया है।

Also read: बीते साल देश में बेहद अमीर लोगों की संख्या में आई 7.5 प्रतिशत की गिरावट, जानिए क्या रहा कारण

वित्त वर्ष 2021-22 में रिकॉर्ड धनराशि निकालने के बाद, FPI ने पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में भी अपनी बिकवाली जारी रखी। विश्व स्तर पर केंद्रीय बैंकों द्वारा आक्रामक तरीके से ब्याज दरें बढ़ाए जाने के बीच FPI ने भारतीय शेयर बाजार से 37,631 करोड़ रुपये निकाले। वर्ष 1993 में विदेशी निवेश की शुरुआत के बाद से, यह पहली बार है जब FPI दो वित्त वर्षों के लिए लगातार बिकवाल रहे हैं।

First Published - May 17, 2023 | 5:11 PM IST

संबंधित पोस्ट