देश की सबसे बड़ी पेंट कंपनी एशियन पेंट्स का शेयर (Asian Paints) गुरुवार को शुरुआती कारोबार में 4.5 प्रतिशत तक लुढ़क गया। पेण्ट कंपनी के शेयर में यह गिरावट दरअसल पहली तिमाही में मुनाफा घटने की वजह से आई है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर एशियन पेंट्स का 4.4 प्रतिशत गिरकर 2,842 रुपये प्रति शेयर पर आ गया। हालांकि, यह दिन के निचले स्तर से उबरकर सुबह 11:11 बजे 0.97% की गिरावट के साथ 2,945.45 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
एशियन पेंट्स (Asian Paints) के नेट प्रॉफिट में जून तिमाही (Q1FY24) के दौरान 24.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। देश की सबसे बड़ी पेंट बनाने वाली कंपनी का मुनाफा घटकर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घटकर 1,170 करोड़ रुपये रह गया और इसके भारत के डेकोरेटिव पेंट्स बिजनेस का वॉल्यूम 7 प्रतिशत रहा। तिमाही के अंत में एशियन पेंट्स का एबिटा (EBUTDA) 19.7 प्रतिशत घटकर 1,887 करोड़ रुपये रह गया।
क्यों आई Asian Paints के बिजनेस में गिरावट?
अप्रैल-जून तिमाही के दौरान कंपनी की शुद्ध बिक्री (net sales) 8,970 करोड़ रुपये रही। कमजोर मांग के कारण इसमें 2.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। कंपनी ने कहा कि आम चुनाव और भीषण गर्मी की वजह से कंपनी को कमजोर मांग के दौर से गुजरना पड़ा।
कंपनी ने यह भी कहा कि पिछली तिमाही में लागू की गई मूल्य कटौती और प्रोडक्ट मिक्स में बदलाव के कारण इस तिमाही की रेवेन्यू ग्रोथ भी प्रभावित हुई।
विदेशों में कैसा रहा बिजनेस
एशियन पेंट्स ने कहा कि अप्रैल-जून तिमाही में इथियोपिया और श्रीलंका जैसे भौगोलिक क्षेत्रों में अर्थव्यवस्था की धीरे-धीरे रिकवरी के चलते अच्छी वृद्धि हुई, जबकि नेपाल, बांग्लादेश और मिस्र जैसे प्रमुख बाजारों में मैक्रोइकोनॉमिक समस्याओं के कारण अंतरराष्ट्रीय बिजनेस पर निगेटिव असर दिखा।
Asian Paints के CEO ने क्या कहा
एशियन पेंट्स के प्रबंध निदेशक (MD) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अमित सिंगले ने कंपनी के एशियन पेंट्स के तिमाही परिणाम जारी करते हुए कहा, ‘पेंट इंडस्ट्री के लिए मांग की स्थिति कठिन थी, जो इस तिमाही में भीषण गर्मी की लहर और आम चुनावों से प्रभावित हुई। हमने ग्रामीण बाजारों में कुछ मूवमेंट के कारण डेकोरेटिव सेगमेंट में 7 प्रतिशत की अच्छी वॉल्यूम ग्रोथ हासिल की। हालांकि वैल्यू 3 प्रतिशत घट गई, जिसका कारण इस वर्ष पहले की गई मूल्य कटौती और प्रोडक्स मिक्स में बदलाव था।’