Defence Stock to Buy: डिफेंस मंत्रालय (MoD) ने सशस्त्र बलों के लिए सालाना लगभग 1 लाख करोड़ रुपये की खरीद को सुव्यवस्थित करने के लिए डिफेंस खरीद नियमावली (DPM) 2025 को मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी के बाद डिफेंस सेक्टर की कंपनियों के शेयरों में एक बार फिर हलचल देखने को मिली।है। डिफेंस सेक्टर को लेकर मौजूदा आउटलुक के बीच ब्रोकरेज हॉउस एंटिक ब्रोकिंग ने हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड पर बुलिश आउटलुक दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि शॉर्ट टर्म में ‘अस्थिर’ वित्तीय स्थिति के बावजूद कंपनी में ‘कई वर्षों तक डबल डिजिट की कमाई वृद्धि की संभावनाएं’ है। इस बीच, स्टॉक में सोमवार को शुरुआती सेशन में करीब एक फीसदी चढ़ गए।
एंटिक ब्रोकिंग ने हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स (HAL) पर खरीदारी की सलाह को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 6360 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह, शेयर 34 फीसदी का रिटर्न दे सकता है। यह ब्लूमबर्ग के कवरेज में शामिल किसी भी एनालिस्ट की तरफ से सबसे ज्यादा टारगेट प्राइस है।
शेयर के प्रदर्शन पर नजर डाले तो हाल फिलहाल में इसमें तेजी देखने को मिली है। दो हफ्ते में शेयर 8 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है। एक महीने में शेयर में करीब 6 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। छह महीने में स्टॉक ने लगभग 42 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया है। एक साल में स्टॉक ने 5 फीसदी, दो साल में 144 प्रतिशत और तीन साल में 288 फीसदी का रिटर्न दिया है। स्टॉक का 52 वीक हाई 5,166 रुपये और 52 वीक का लो 3,045.95 रुपये है। बीएसई पर कंपनी का मार्केट कैप 3,22,617 करोड़ रुपये है।
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ब्रोकरेज का कहना है कि एयरोस्पेस और डिफेंस क्षेत्र को लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के लिए GE-404 इंजन की डिलीवरी मिल चुकी है। सितंबर के अंत तक चौथे इंजन की डिलीवरी होने की उम्मीद है। कंपनी अक्टूबर में पहले दो तेजस Mk-1A एयरक्राफ्ट डिलीवर कर सकती है। इससे 83 तेजस Mk-1A जेट की मौजूदा ऑर्डर बुक से रेवेन्यू की शुरुआत होगी।
ब्रोकरेज के अनुसार, GE की ओर से हर महीने दो इंजनों की नियमित सप्लाई होती रही तो 97 और तेजस Mk-1A जेट के ऑर्डर को अंतिम रूप दिया जा सकता है। इसके बाद कुल ऑर्डर बुक 180 यूनिट तक पहुंच जाएगी। इससे HAL की 2.5 लाख करोड़ रुपये की ऑर्डर बुक और मजबूत होगी और रेवेन्यू विजिबिलिटी बढ़ेगी।
हालांकि, शार्ट टर्म में तेजस Mk-1A प्रोग्राम की सप्लाई चेन चुनौतियों के कारण कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस में उतार-चढ़ाव रह सकता है। लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि HAL के पास आने वाले वर्षों में दो अंकों की आय वृद्धि की क्षमता है। साथ ही कंपनी का रिटर्न रेशियो भी 20% से अधिक रहने की उम्मीद है।
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भारत सरकार ने अगस्त में 97 और स्वदेशी तेजस Mk-1A जेट खरीदने के लिए 62,000 करोड़ रुपये की डील को मंजूरी दी थी। ब्रोकरेज के अनुसार, HAL की लंबी अवधि की ऑर्डर पाइपलाइन भी मजबूत बनी हुई है। तेजस Mk II, AMCA, TEDBF, IMRH, LCH और ALH जैसे प्रोग्राम्स अगले 10 वर्षों में कंपनी को 4.5 लाख करोड़ रुपये तक के बिजनेस अवसर दे सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां स्टॉक में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)