Stock Market Closing Bell: वैश्विक बाजारों से कमजोर संकेतों के बीच घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार (7 फरवरी) को लगातार तीसरे ट्रेडिंग सेशन गिरावट में बंद हुए। ब्याज दरों में पांच साल बाद कटौती का बाजार के सेंटीमेंट पर खास असर नहीं पड़ा।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) शुक्रवार को मामूली बढ़त के साथ 78,119 अंक पर खुला। हालांकि, कुछ देर बाद यह गिरावट में चला गया। कारोबार के दौरान यह 77,475 तक फिसल गया था। अंत में सेंसेक्स 197.97अंक या 0.25% की गिरावट लेकर 77,860 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी गिरावट में रहा। यह 43.40 अंक 0.18 फीसदी की गिरावट लेकर 23,560 पर क्लोज हुआ।
टॉप लूजर्स
सेंसेक्स की कंपनियों में आईटीसी का शेयर सबसे ज्यादा गिरावट में बंद हुए। तीसरी तिमाही के नतीजे उम्मीदों से कमजोर रहने के बाद कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई है। एसबीआई, अदाणी पोर्ट्स, टीसीएस, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस, इंडस्ट्रीज, पावर ग्रिड, नेस्ले इंडिया, एचडीएफसी बैंक, इन्फोसिस और एलएंडटी के शेयर प्रमुख रूप से गिरावट में रहे।
टॉप गेनर्स
दूसरी तरफ, बाजार में गिरावट के बावजूद टाटा स्टील 4% से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ। भारतीय एयरटेल भी मजबूत तिमाही नतीजों के दम पर 4% तक चढ़ गया। इसके अलावा जोमैटो, महिंद्रा, अल्ट्रा सीमेंट, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी के शेयर प्रमुख रूप से लाभ में रहे।
1. विदेशी निवेशक भारतीय स्टॉक मार्केट से लगातार पैसा निकाल रहे हैं। उनका यह सिलसिला अभी भी जारी है। इसकी वजह से बाजार के सेंटीमेंट प्रभावित हुए। एक्सचेंज डेटा के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने गुरुवार को 3,549.95 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।
2. आरबीआई की दर में कटौती से बाजार को कोई बड़ा आश्चर्य नहीं हुआ है। साथ ही निवेशकों ने विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बीच मुनाफावसूली की ओर रुख किया।
3. आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटी लिमिटेड जैसी कंपनियों में गिरावट ने भी शुक्रवार को बाजार को नीचे की तरफ खींचा।
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का सियोल, जापान का टोक्यो गिरावट में बंद हुए। जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग पॉजिटिव रुख में बंद हुए। इसके अलावा ज्यादातर यूरोपीय बाजार गिरावट में रहे। अमेरिकी शेयर बाजार गुरुवार को बंद हुए।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार (7 फरवरी) को रीपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। अब रीपो रेट 6.5% से घटकर 6.25% हो गयी है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है। प्रमुख बेंचमार्क दर में कटौती के बाद होम, ऑटो और अन्य लोन पर ब्याज दरों में गिरावट देखने की संभावना है।
भारतीय रिज़र्व बैंक के उम्मीदों के अनुरूप रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती के बाद शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर से 15 पैसे बढ़कर 87.44 (अस्थायी) पर पहुंच गया।