भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बुधवार को अक्टूबर की MPC जारी करते हुए वित्त वर्ष 2026 के लिए महंगाई दर के अनुमान को घटाकर 2.6 फीसदी कर दिया है। पहले यह अनुमान 3.1 फीसदी पर था। RBI गवर्नर ने कहा कि खाने-पीने की चीजों की कीमतें कम होने और GST सुधार की वजह से महंगाई अब नियंत्रण में है। इस साल जून में औसत महंगाई 3.7% थी, अगस्त में इसे 3.1% तक घट गई थी और अब अक्टूबर में यह 2.6% तक आ गई है। RBI ने कहा कि चालू वित्त वर्ष चौथी तिमाही (Q4FY26) और वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही (Q1FY27) में महंगाई लक्ष्य के करीब बनी रहेगी।
गवर्नर ने बताया कि 15 अगस्त को प्रधानमंत्री की ओर से किए गए कई आर्थिक सुधार, जिनमें GST सुधार भी शामिल है, देश की आर्थिक वृद्धि बढ़ाने और बाहरी चुनौतियों के नकारात्मक असर कम करने में मदद करेंगे। इन सुधारों से खपत बढ़ेगी और महंगाई पर नियंत्रण में मदद मिलेगी। GST सुधार महंगाई को कम करने में मदद करेंगे, चीजें आम आदमी के लिए सस्ती होंगी और अर्थव्यवस्था की वृद्धि भी बढ़ेगी।
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RBI का कहना है कि इन कदमों से महंगाई कम हो गई है और आम आदमी पर खर्च का दबाव घटा है। खाने-पीने और रोजमर्रा की चीजों की कीमतें स्थिर होने से लोगों की खरीद क्षमता बढ़ेगी। RBI आगे भी महंगाई पर नजर रखेगा और बाजार में स्थिरता बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाएगा।
RBI गवर्नर ने कहा कि महंगाई दर चालू वित्त वर्ष में 2.6% रहने की उम्मीद है। Q2 और Q3 में 1.8%, Q4 में 4% और अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही (Q1FY27) में 4.5% महंगाई रहने का अनुमान है। RBI ने कहा कि जोखिम बराबर हैं, यानी महंगाई पर लगातार नजर रखी जाएगी।