भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) सूचीबद्धता प्रक्रिया से जुड़ी जटिलताएं कम करने और मंजूरियों में तेजी लाने के मकसद से आईपीओ से संबंधित दस्तावेजी प्रक्रिया आसान बनाने की योजना बना रहा है। सेबी अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने शुक्रवार को कहा कि नियामक प्रस्ताव दस्तावेजों की ‘डीमिस्टीफाइड फाइलिंग’ पर विचार कर रहा है, जिसमें ‘फिल इन द ब्लैंक’ जैसा प्रारूप होगा और जटिलताओं को समझाने के लिए एक अलग सेक्शन होगा।
बुच ने कहा, ‘उद्योग मानक फोरम इसके लिए परामर्श करेगा। सभी आकार के आईपीओ के लिए फॉर्मेट या टेम्पलेट काफी हद तक समान बना रहेगा।’ उन्होंने कहा, ‘दस्तावेज सटीक होगा, इसमें बहुत सारी अनावश्यक चीजें नहीं होंगी। यदि कोई जटिलताएं हैं, तो उन्हें स्पष्ट करने के लिए एक अलग कॉलम होगा। हम लिस्टिंग प्रक्रिया और दस्तावेज को सरल बना रहे हैं।’
नियामक का लक्ष्य फंड जुटाने की प्रक्रिया को सरल और तेज बनाना है। इससे पहले, इसने कंपनियों को ऑफर दस्तावेज दाखिल करने के लिए वीडियो प्रारूप में विवरण प्रदान करना अनिवार्य कर दिया था।