facebookmetapixel
Nepal GenZ protests: नेपाल में क्यों भड़का प्रोटेस्ट? जानिए पूरा मामलाPhonePe का नया धमाका! अब Mutual Funds पर मिलेगा 10 मिनट में ₹2 करोड़ तक का लोनभारतीय परिवारों का तिमाही खर्च 2025 में 33% बढ़कर 56,000 रुपये हुआNepal GenZ protests: प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली के बाद राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी दिया इस्तीफापीएम मोदी ने हिमाचल के लिए ₹1,500 करोड़ के राहत पैकेज का ऐलान किया, मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख की मददCredit risk funds: क्रेडिट रिस्क फंड्स में हाई रिटर्न के पीछे की क्या है हकीकत? जानिए किसे करना चाहिए निवेशITR Filing2025: देर से ITR फाइल करना पड़ सकता है महंगा, जानें कितनी बढ़ सकती है टैक्स देनदारीPower Stock में बन सकता है 33% तक मुनाफा, कंपनियों के ग्रोथ प्लान पर ब्रोकरेज की नजरेंNepal GenZ protests: पीएम ओली का इस्तीफा, एयर इंडिया-इंडिगो ने उड़ानें रद्द कीं; भारतीयों को नेपाल न जाने की सलाह26% तक चढ़ने को तैयार Adani Green, Suzlon समेत ये 5 Energy Stocks, टेक्निकल चार्ट पर दिख रहा ब्रेकआउट

Gensol Engineering Share: ₹262 करोड़ का कोई हिसाब नहीं! शेयर हुआ धड़ाम, ₹1125 से 124 रुपये पर आ गया भाव

कंपनी के पास लिए गए लगभग 262 करोड़ रुपये के लोन का कोई हिसाब नहीं है। जबकि फंडिंग की अंतिम किस्त का लाभ उठाए हुए एक वर्ष से अधिक समय बीत चुका है।

Last Updated- April 16, 2025 | 6:38 PM IST
Gensol Engineering share price

Gensol Engineering Share Price: कंस्ट्रक्शन कंपनी जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड के शेयर मंगलवार को बीएसई पर 5 प्रतिशत गिरकर 123.65 रुपये के 52 वीक्स लो पर पहुंच गए। इसी के साथ कंपनी के शेयर कैलेंडर वर्ष 2025 में अब तक यह 83.85 प्रतिशत टूट चुके है।

इस बीच, बीएसई और एनएसई ने जेनसोल की सिक्योरिट्ज को ईएसएम (बढ़ी हुई निगरानी उपाय) ढांचे के तहत रख दिया है। एक्सचेंजों ने 1,000 करोड़ रुपये से कम मार्केट कैप (Mcap) वाली मुख्य कंपनियों को ईएसएम ढांचे के तहत रखा है।

कंपनी के शेयरों में यह गिरावट बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के बड़े एक्शन के बाद आई है। सेबी ने कंपनी ने प्रमोटर अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी को बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है। सेबी ने प्रमोटरों पर फंड के दुरुपयोग और धोखाधड़ी के आरोपों को देखते यह फैसला किया है।

262 करोड़ के लोन का कोई हिसाब नहीं

बाजार नियामक ने अगले आदेश तक प्रमोटरों को किसी भी लिस्टेड कंपनी में किसी भी प्रमुख पद पर रहने से प्रतिबंधित कर दिया है। जेनसोल मामला उन भारतीय स्टार्टअप की लंबी सूची में शामिल हो गया है, जो विभिन्न श्रेणियों में रेगुलटरी कम्प्लाइंस में कमी पाई गई है।

सेबी की जांच से पता चला है कि पहले से मंजूर लोन फंड का इस्तेमाल दूसरों कार्यों के लिए किया गया। जांच के मुताबिक़, प्रमोटरों ने इस पैसे का इस्तेमाल पर्सनल खर्च, हाई एन्ड वाली प्रॉपर्टीज को खरीदने और प्रमोटरों या उनके करीबी रिश्तेदारों के मालिकाना हक वाली निजी कंपनियों को लाभ पहुंचाने के लिए किया।

कंपनी के पास लिए गए लगभग 262 करोड़ रुपये के लोन का कोई हिसाब नहीं है। जबकि फंडिंग की अंतिम किस्त का लाभ उठाए हुए एक वर्ष से अधिक समय बीत चुका है।

Gensol Engineering share history

बीएसई पर जेनसोल इंजीनियरिंग के शेयर 4.99 प्रतिशत की गिरावट के साथ 123.65 रुपये प्रति शेयर पर थी। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स 0.19% गिरकर 76,588.98 पर था। कंपनी का मार्केट कैप 469.90 करोड़ रुपये था। शेयर का 52 वीक्स का हाई 1125.75 रुपये और 52 वीक लो 123.65 रुपये प्रति शेयर है। पिछले एक महीने में शेयर 52.75% गिर चुका है। जबकि तीन महीने में शेयर में 83.85% की गिरावट आई है।

 

Indo- US Trade: आंकड़ों से जानें Trump Tariff से क्यों घबराया है भारतीय उद्योग जगत

 

क्या आपका बेटा-दामाद या जानने वाला US में रहता है, Trump Admin भेज देगा सबको जेल, यदि नहीं किया ये काम

First Published - April 16, 2025 | 10:58 AM IST

संबंधित पोस्ट