SBI Share Price: भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का शेयर पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान अच्छी तेजी दर्ज करने में सफल रहा है। 4 फरवरी से इस शेयर में 22 प्रतिशत की तेजी आई है, जबकि बीएसई के सेंसेक्स में इस अवधि में 2.8 प्रतिशत की तेजी आई। 4 फरवरी को ऋणदाता ने वित्त वर्ष 2024 की दिसंबर तिमाही के नतीजों की घोषणा की थी।
गुरुवार को इस शेयर ने 793.5 रुपये का सर्वाधिक ऊंचा स्तर बनाया और दिन के कारोबार में उसका बाजार पूंजीकरण बढ़कर 7.06 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह मंगलवार को पहली बार 7 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े के पार पहुंचा था। विश्लेषकों ने इस शेयर में शानदार तेजी के लिए परिसंपत्ति गुणवत्ता सुधार और मजबूत वसूली की मदद से लगातार आय वृद्धि को जिम्मेदार माना है।
एसबीआई ने वित्त वर्ष 2024 की दिसंबर तिमाही में 9,164 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया जो एक साल पहले की तुलना में 35.5 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 36 प्रतिशत कम है। जहां शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) इस दौरान घटकर 3.34 प्रतिशत रह गया वहीं बैंक का सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) अनुपात और शुद्ध एनपीए अनुपात सालाना आधार पर 72 आधार अंक और 13 आधार अंक तक बढ़ गया।
विश्लेषकों का मानना है कि भविष्य में इस शेयर में धीरे धीरे तेजी आएगी। इसके साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र के अन्य शेयरों में भी तेजी दिखेगी जो पिछले छह महीनों में 119 प्रतिशत तक बढ़ गए हैं। इनमें सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक भी शामिल हैं जो इस अवधि में 102 प्रतिशत तक चढ़े। तुलना करें तो एसबीआई 6 महीने में 36 प्रतिशत, सेंसेक्स 12 प्रतिशत और बीएसई बैंकेक्स 8.2 प्रतिशत चढ़ा है। उनका कहना है कि आगामी महीनों में तेजी की धार आय वृद्धि पर निर्भर करेगी।
आनंद राठी शेयर्स ऐंड स्टॉक ब्रोकर्स के प्रमुख (फंडामेंटल रिसर्च) नरेंद्र सोलंकी ने कहा, ‘अब तक इस शेयर में तेजी पीएसबी की मूल्यांकन रेटिंग में सुधार की वजह से आई थी। हालांकि पिछले एक से दो साल के दौरान अंतर घटा है। अब रेटिंग में ज्यादातर बदलाव हो चुका है और हालात बैंक के तिमाही वित्तीय प्रदर्शन पर निर्भर करेंगे।’प्रबंधन को मजबूत वृहद आर्थिक परिवेश की मदद से अगले वित्त वर्ष 2024-25 में 15 प्रतिशत ऋण वृद्धि की उम्मीद है।
वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में ऋण वृद्धि 13 प्रतिशत रही थी। प्रबंधन ने जेएम फाइनैंशियल इंडिया कॉन्फ्रेंस (सिंगापुर) 2024 में कहा, ‘रिटेल ऋणों में वृद्धि वित्त वर्ष 2025 में भी बरकरार रहने की संभावना है जबकि छोटे एवं मझोले आकार के उद्यम खंड का प्रदर्शन अन्य के मुकाबले अच्छा रह सकता है। पूंजीगत खर्च की रफ्तार भी सुधरने लगी है जिससे वित्त वर्ष 2025 में थोक बिक्री वृद्धि को मदद मिल रही है।’
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों का कहना है, ‘एसबीआई मजबूत प्रदर्शन करेगा। हालांकि ऋण वृद्धि उद्योग औसत के मुकाबले कम रहने का अनुमान है, लेकिन एनआईएम ऊंचा बना रह सकता है।’ब्रोकरेज खरीदें रेटिंग बरकरार रखी है।