गुरुवार को डॉलर के मुकाबले 1.4 प्रतिशत की गिरावट के बाद शुक्रवार को रुपये में सुधार दर्ज किया गया। इसकी वजह यह है कि निवेशकों ने रूस के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों के आर्थिक प्रभाव को अनुमान से कम गंभीर माना है। रुपया 75.29 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो 26 पैसा या 0.48 प्रतिशत तक की वृद्घि है, क्योंकि धारणा में सुधार आया है और जिंसों में गुरुवार के स्तरों से बढ़त दिखी है। रुपये ने 2022 में सबसे खराब प्रदर्शन वाली एशियाई मुद्राओं में से एक के तौर पर प्रदर्शन किया है।
बैंक ऑफ बड़ौदा में मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने कहा, ‘युद्घ को लेकर आगामी अनिश्चितता से रुपये में अस्थिरता बने रहने की आशंका है। इसलिए आरबीआई विदेशी मुद्रा बाजार में अस्थिरता नियंत्रित करने के लिए और अधिक डॉलर/रुपया खरीद/ बिक्री अदला बदली नीलामी की घोषणा कर सकता है।’
