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हर साल करें फेरबदल

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 11:45 PM IST

मेरी उम्र 27 साल है और मैंने इस साल जनवरी से म्युचुअल फंडों में सिप के जरिए 6,000 रुपये प्रतिमाह निवेश करना शुरू किया है।


मैं अगले 20 सालों में एक करोड रुपये जुटाना चाहता हूं ताकि मैं अपनी सेवानिवृत्ति के बाद आराम से एक खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर सकूं। कृपया मुझे बताएं कि मेरा चयन सही है या नहीं और क्या इस निवेश के जरिये मैं अपने लक्ष्य को हासिल कर सकता हूं।

यह एक अच्छी बात है। आपको फंडों के बारे में थोड़ी तो जानकारी है। आपने बेहतर फंड का चयन किया। आपने एसआईपी के जरिये निवेश का तरीका अपनाया है। यह और भी अच्छा कदम है। आप एक समान चार फंडों में निवेश कर रहें हैं। हम आपको कुछ अहम टिप्स देना चाहते हैं।

तकनीक क्षेत्र में ज्यादा एक्सपोजर आपके पोर्टफोलियो में चिंता की सबसे बड़ी बात है। आपने पोर्टफोलियो का 28 प्रतिशत इन्फोसिस के शेयरों में निवेश किया है। किस भी एक क्षेत्र में झुकाव ठीक नहीं है। ऐसा करते समय आप में पूर्वाग्रह की भावना विकसित हो जाती है जो जोखिम बढ़ाती है।

दूसरी बात, अगर सारे निवेश एसआईपी के जरिये ही किए हैं तो फिर टैक्स प्लानिंग स्कीम क्यों न अपनाई जाए। चूंकि आपने टैक्स-प्लानिंग स्कीम में निवेश से पहले कुछ संभावित योजनाओं को मार्क किया है। इसलिए आपको सलाह है कि आप तिमाही वाले एसआईपी का विकल्प चुने। 

तीसरी बात,  पोर्टफोलियो में डेट कंपोनेंट की कहीं चर्चा नहीं है। हम आपको पोर्टफोलियो में 10 से 15 प्रतिशत के डेट कंपोनेंट को शामिल करने की सलाह देते हैं। यह अनिश्चितता के इस माहौल में जोखिम को कम करने में मदद करेगा। चूंकि अब इस पर बात की जाए कि सेवानिवृत्ति के समय आपका लक्ष्य कैसे पूरा होगा।

सालाना 15 प्रतिशत के रिटर्न के हिसाब से प्रतिमाह 6,000 रुपये का एसआईपी निवेश करने से अगले 20 साल में आपके पास 92 लाख रुपये जमा हो जाएंगे। अगर निवेश राशि बढ़ाकर  7,500 रुपये तक करते हैं तो आपके पास 1.15 करोड़ रुपये जमा हो जाएंगे। आप इसी तरह एसआईपी के जरिये निवेश करते हुए फंड के प्रदर्शन पर नजर रखें । साल में एक बार आप अपने पोर्टफोलियो को बढ़ते जोखिम के मद्देनजर नियमित रूप से रिबैलेंस करते रहें।

First Published : October 13, 2008 | 1:13 AM IST