बुधवार को शेयर बाजार में हल्की गिरावट देखने को मिली। कारोबार के दौरान निफ्टी ने हल्की बढ़त जरूर बनाई, लेकिन भारीभरकम शेयरों में बिकवाली के चलते बाजार ऊपर टिक नहीं पाया। दिनभर सीमित दायरे में घूमने के बाद निफ्टी 24,812.05 पर बंद हुआ। अब निवेशकों की नजर अमेरिका की फेडरल रिजर्व पॉलिसी पर है, जिसका असर गुरुवार सुबह के कारोबार में देखने को मिल सकता है। अमेरिकी सेंट्रल बैंक ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया, लेकिन 2025 में दो बार कटौती के संकेत दिए हैं।
Religare Broking के अजीत मिश्रा के अनुसार जब तक बाजार में कोई साफ दिशा नहीं दिखती, तब तक सतर्क रहना बेहतर होगा। इस बीच वे निवेशकों को सलाह देते हैं कि जो स्टॉक्स बाजार की अस्थिरता में भी मजबूती दिखा रहे हैं, उनमें चुनिंदा रूप से निवेश करें। खासकर मजबूत लार्ज-कैप और मिड-कैप शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।
Religare का कहना है कि एयरटेल उन गिने-चुने शेयरों में से है जो हाल की गिरावट के दौरान भी मजबूत बना रहा। मार्च 2025 में कंसोलिडेशन से बाहर आने के बाद इसमें लगातार तेजी दिखी और यह ₹1,917 के नए हाई तक पहुंचा। फिलहाल यह अपने 20-दिन के मूविंग एवरेज से ऊपर टिके रहने में सफल है। ऐसे संकेत हैं कि इसमें फिर से तेजी शुरू हो सकती है।
Religare का मानना है कि हॉस्पिटल सेक्टर में अच्छा मूवमेंट देखने को मिल रहा है और फोर्टिस इसमें अगुआ बना हुआ है। हाल ही में इसने पांच महीने की कंसोलिडेशन को तोड़ते हुए रिकॉर्ड हाई स्तर फिर से हासिल किया है। यह अपने शॉर्ट टर्म सपोर्ट के पास ट्रेड कर रहा है और चार्ट पैटर्न आगे तेजी का संकेत दे रहा है।
FMCG सेक्टर में कमजोरी देखी जा रही है और अधिकांश स्टॉक्स बाजार से कमजोर प्रदर्शन कर रहे हैं। HUL ने भी अपने लॉन्ग टर्म मूविंग एवरेज के ऊपर निकलने की कई बार कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाया। अब इसमें फिर से गिरावट शुरू हुई है, और पैटर्न से लगता है कि डाउनट्रेंड आगे जारी रह सकता है।
(डिस्क्लेमर: लेख में दी गई राय रेलिगेयर ब्रोकिंग के SVP-रिसर्च अजीत मिश्रा की अपनी निजी राय है)