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डीएलएफ की इकाई का रीट्स निर्गम होगा बड़ा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 14, 2022 | 9:44 PM IST

डीएलएफ की किराया इकाई के रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट या रीट्स के शुरुआती निर्गम का आकार अब तक आए निर्गमों की तुलना में काफी बड़ा हो सकता है। इसकी वजह भौगोलिक क्षेत्र और रीट्स में शामिल परिसंपत्तियां हैं। पूंजी बाजार के विशेषज्ञों ने यह बात कही।
पिछले रीट्स निर्गमों पर काम कर चुके एक रियल एस्टेट विश्लेषक ने कहा, ‘भौगोलिक क्षेत्रों और परिसंपत्तियों के कारण यह किसी रीट्स का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम हो सकता है।’
एम्बेसी समूह और ब्लैकस्टोन के संयुक्त उपक्रम एम्बेसी ऑफिस पाक्र्स ने पिछले साल 4,750 करोड़ रुपये जुटाए थे। ब्लैकस्टोन के एक अन्य संयुक्त उपक्रम माइंडस्पेस बिज़नेस पाक्र्स ने इस साल रीट्स सूचीबद्धता के जरिये 4,500 करोड़ रुपये जुटाए थे। कनाडा की ब्रूकफील्ड एसेट मैनेजमेंट ने अपने रीट्स के 4,400 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए डीआरएचपी दायर किया है। डीएलएफ की किराया इकाई डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स की राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, कोलकाता, चेन्नई आदि जगहों पर परिसंपत्तियां हैं। डीसीसीडीएल डीएलएफ और सिंगापुर की जीआईसी का संयुक्त उपक्रम है।
एनारॉक कैपिल के प्रबंध निदेशक शोभित अग्रवाल ने कहा, ‘इसके पास आईटी से ज्यादा कार्यालय हैं, इसलिए उसके पास बेहतर परिसंपत्तियां और बड़ा बाजार है। जीआईसी के किरायेदार संबंध अच्छे हैं और उसका एनसीआर, चेन्नई और कोलकाता जैसे बाजारों में अच्छा दबदबा है।’
डीसीसीडीएल के पास 3.3 करोड़ वर्ग फुट परिसंपत्तियां हैं। एम्बेसी ऑफिस पाक्र्स के पास 3.3 करोड़ वर्ग फुट और माइंडस्पेस के पास 2.9 करोड़ वर्ग फुट परिसंपत्तियां हैं। डीएलएफ के निदेशक अशोक त्यागी ने पिछले सप्ताह कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा कि डीएलएफ की इकाई का रीट्स 12 से 15 महीने में आ सकता है।

एस्कॉट्र्स का मुनाफा हुआ दोगुना
कृषि उपकरण और इंजीनियरिंग कंपनी एस्कॉर्ट्स का एकीकृत शुद्ध मुनाफा 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में 227.22 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। यह एक साल पहले से दोगुने से भी अधिक है। कंपनी ने एक साल पहले की समान अवधि में 101.54 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा अर्जित किया था। एस्कॉर्ट्स ने सोमवाार को बताया कि इस अवधि में परिचालन आय 1,654.18 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 1,333.77 करोड़ रुपये रही थी। इस तिमाही में ट्रैक्टर का कारोबार 23.8 फीसदी बढ़कर 24,441 इकाई रहा जबकि निर्माण उपकरणों की संख्या 821 इकाई रही। भाषा

First Published : November 3, 2020 | 12:37 AM IST