सबसे तेजी से बढ़ने वाले प्रमुख फंड हाउस क्वांट म्युचुअल फंड (एमएफ) ने जून 2020 के बाद से पहली बार त्रैमासिक औसत प्रबंधन अधीन परिसंपत्तियों (क्यूएएयूएम) में गिरावट दर्ज की है। बाजार में गिरावट और इक्विटी फंड प्रदर्शन पर दबाव के बीच फंड हाउस ने एयूएम में यह कमजोरी दर्ज की।
फंड हाउस ने दिसंबर 2024 तिमाही में औसतनर 96,697 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का प्रबंधन किया जो पिछली तिमाही के मुकाबले 0.4 फीसदी कम है। पिछले पांच साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब उसकी एयूएम वृद्धि उद्योग की तुलना में कमजोर रही है। भारत में म्युचुअल फंडों के संगठन (एम्फी) के आंकड़ों से पता चलता है कि उद्योग की क्यूएएयूएम दिसंबर तिमाही में तिमाही आधार पर 3.6 फीसदी बढ़कर 68.6 लाख करोड़ रुपये रही।
हालांकि क्वांट एमएफ सालाना आधार पर अभी भी सबसे तेजी से बढ़ता फंड हाउस है। दिसंबर 2023 की 40,675 करोड़ रुपये की एयूएम के मुकाबले दिसंबर 2024 की तिमाही में एयूएम 138 फीसदी तक बढ़ी है। एयूएम वृद्धि पर दबाव प्रदर्शन में कमजोरी की वजह से दिखा है। इसकी सबसे बड़ी स्कीम क्वांट स्मॉलकैप फंड ने पिछली तीन तिमाहियों में बीएसई 250 स्मॉलकैप टीआरआई से कमजोर प्रदर्शन किया है। वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों से पता चलता है कि दिसंबर 2024 में समाप्त तीन महीने की अवधि में इस स्कीम की एनएवी करीब 8 फीसदी तक घट गई जबकि सूचकांक में 5 फीसदी की गिरावट आई। कई अन्य योजनाओं ने भी हाल के महीनों में कमजोर प्रदर्शन किया है।
पिछले कई महीनों से क्वांट एमएफ योजनाओं का रिलायंस इंडस्ट्रीज में सबसे अधिक आवंटन रहा, जिसमें हाल के महीनों में तेजी से गिरावट आई है। हालांकि, अधिकांश योजनाएं 3 वर्ष, 5 वर्ष और 10 वर्ष की समय अवधियों में शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में बनी हुई हैं।
इक्विटी योजनाओं के कमजोर प्रदर्शन से एयूएम वृद्धि प्रभावित हुई है। नए निवेश में कमी आई है, मार्क-टू-मार्केट लाभ भी प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कम है। फंड हाउस ने दिसंबर तिमाही में 3 लाख निवेश खाते जोड़े, जबकि जुलाई-सितंबर की अवधि में यह आंकड़ा 7.6 लाख था। जून 2024 में फंड हाउस को फ्रंट-रनिंग के आरोपों का सामना करना पड़ा था और नियामक ने उसके मुंबई कार्यालय पर छापे मारे थे।