बजट के बाद निफ्टी का औसत रिटर्न 5.7 फीसदी जो बजट से पहले की गिरावट को पीछे छोड़ देता है। बजट के बाद की एक महीने की अवधि इक्विटी बाजारों के लिए अनुकूल होती है। अमेरिकी ब्रोकरेज बैंक ऑ्रफ अमेरिका (बोफा) ने पिछले दशक के बजटों का विश्लेषण के आधार पर यह संकेत दिया है।
11 मौकों में से आठ बार बेंचमार्क एनएसई निफ्टी ने सकारात्मक रिटर्न दिया और उसकी एक महीने की औसत बढ़त 5.7 फीसदी रही। इसकी तुलना में आम बजट से एक महीने पहले छह मौकों पर बाजार बढ़त के साथ बंद हुए जबकि पांच मौकों पर नुकसान दर्ज किया। इस तरह से उनके रिटर्न में औसतन 0.2 फीसदी की गिरावट रही। हालांकि इस बार बाजार उत्साहित नजर आ रहा है और पिछले एक महीने निफ्टी में 5 फीसदी से ज्यादा की बढ़त हुई है।
विश्लेषक अब पूंजीगत खर्च, थोड़े लोकलुभावन और राजकोषीय घाटे के विवेकी लक्ष्यों को लेकर आशावादी हैं। बोफा के प्रबंध निदेशक और भारत में शोध प्रमुख अमिष शाह ने कहा कि हमें उम्मीद है कि राज्यों में पूंजीगत खर्च को गति देने के लिए 6.6 अरब डॉलर का आवंटन होगा जबकि उपभोग बढ़ाने को लोकलुभावन गतिविधियों पर 9.6 अरब डॉलर का।
साथ ही 2024-25 के लिए राजकोषीय घाटे के लक्ष्य में कोई बदलाव नहीं होगा। बजट से पहले शाह ने स्टैपल्स, ऑटोमोटिव और पूंजीगत खर्च से लाभ पाने वाले क्षेत्रों मसलन मॉर्गेज फाइनैंस, पावर, इंडस्ट्रियल्स, सीमेंट और मेटल्स को फायदा मिलने का अनुमान जताया है।