सक्रिय डीमैट खातों (Demat accounts) की संख्या पहली बार जून में 12 करोड़ के पार निकल गई। देश की दो डिपॉजिटरीज सीडीएसएल और एनएसडीएल ने पिछले महीने कुल मिलाकर 23.6 लाख नए डीमैट खाते जोड़े, जो मई 2022 के बाद का सर्वोच्च आंकड़ा है।
अगस्त में डीमैट खातों की कुल संख्या पहली बार 10 करोड़ के पार निकल गई थी। तब से उद्योग ने हर महीने औसतन 20 लाख नए खाते जोड़े। उद्योग के प्रतिभागियों ने कहा, द्वितीयक बाजारों में तेजी और प्राथमिक बाजारों की ओर आकर्षण ने जून के आंकड़ों को मजबूती दी।
जून में बेंचमार्क सेंसेक्स और निफ्टी ने लगातार चौथे महीने बढ़ोतरी दर्ज की और नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छू गया। अक्टूबर 2021 के बाद बेंचमार्क सूचकाकों की यह सबसे लंबी मासिक बढ़त है क्योंकि तब उसने लगातार छह महीने तक बढ़ोतरी दर्ज की थी। जून में निफ्टी में 3.5 फीसदी की उछाल दर्ज हुई जबकि निफ्टी मिडकैप-100 में 5.9 फीसदी, निफ्टी स्मॉलकैप-100 में 6.6 फीसदी का इजाफा हुआ।
इक्विटी नकदी बाजार में रोजाना औसत कारोबार जून में 14 महीने के सर्वोच्च स्तर 67,491 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस बीच, रोजाना औसत कारोबार डेरिवेटिव बाजार में 259 लाख करोड़ रुपये की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया और इस तरह से उसमें लगातार आठवें महीने इजाफा हुआ।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, बाजार में तेजी के दौरान नए डीमैट खाते में इजाफा होता है। नए डीमैट खाते खुलने और बाजार के प्रदर्शन के बीच सीधा संबंध है।
उन्होंने कहा, मार्च के निचले स्तर से निफ्टी में तीव्र बढ़ोतरी और इस वजह से संपत्ति सृजन की कहानी नए निवेशकों को आकर्षित कर रही है। जब तक बाजार में सुदृढ़ता रहेगी, यह प्रवृत्ति जारी रहेगी।
हाल में आईपीओ को मिली कामयाबी ने भी नए डीमैट खातों में किया इजाफा
बाजार ने इसके अलावा करीब आधा दर्जन आईपीओ की पेशकश देखी, जिनमें से कई में निवेशकों ने काफी बोली लगाई। आईकियो लाइटिंग, आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी और सायंट डीएलएम में खुदरा निवेशकों ने 10-10 लाख से ज्यादा आवेदन जमा कराए। ब्रोकरेज फर्मों के अधिकारियों ने कहा कि कई निवेशकों ने इन आईपीओ के लिए नए ट्रेडिंग खाते व डीमैट खाते खुलवाए।
ब्रोकिंग फर्म फायर्स के सह-संस्थापक व सीईओ तेजस खोडे ने कहा, हाल में आईपीओ को मिली कामयाबी ने भी नए डीमैट खातों में इजाफा किया है। अगर सेंसेक्स व निफ्टी इन स्तरों पर टिकता है या नए सर्वोच्च स्तर पर पहुंचता है तो व्यापक बाजारों में तेजी रहेगी, जिससे इस साल खुदरा भागीदारी में भी इजाफा होगा।
नए डीमैट खातों और ट्रेडिंग वॉल्यूम में इजाफा ब्रोकरेज उद्योग के लिए सकारात्मक संकेत हैं, जिसने क्लाइंटों की प्रतिभूतियों तक पहुंच व फंड को लेकर नियामकीय सख्ती के कारण चुनौतीपूर्ण समय का सामना किया है। उद्योग के प्रतिभागियों ने कहा कि छूट व तकनीक से जुड़ाव रखने वाले ब्रोकरों को सबसे ज्यादा फायदा हो सकता है।
स्टॉक ब्रोकरों की उद्योग निकाय एएनएमआई के अध्यक्ष विजय मेहता ने कहा, छोटे ब्रोकर क्लाइंट हासिल कर रहे हैं, लेकिन मेरा मानना है कि ऑनलाइन कंपनियां को इसमें ज्यादा बढ़त हासिल है। अब एनएसई के सक्रिय क्लाइंटों में डिस्काउंट ब्रोकरों की ज्यादा हिस्सेदारी है।
उन्होंने कहा, देश में डीमैट खातों में बढ़ोतरी की एक वजह निवेशक जागरूकता अभियान में इजाफा है। यह पारंपरिक से आधुनिक तरीके से ट्रेडिंग की ओर शिफ्ट होने का मामला है। अब हर चीज उंगली पर उपलब्ध है।