नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने रविवार को कहा कि अपने सूचकांकों में किसी शेयर को शामिल करना व उसे बाहर निकालना और तथाकथित अतिरिक्त निगरानी वाले कदम (ASM) पहले से तय नियमों के मुताबिक उठाए जाते हैं, न कि किसी के स्वविवेक के आधार पर।
एक्सचेंज ने एक विज्ञप्ति में कहा, पात्र शेयरों पर NSE की निगरानी की कार्रवाई पारदर्शी नियमों के मुताबिक होती है। ये नियम लागू करने में स्वविवेक का मामला नहीं होता और ये स्वत: लागू होते हैं। इसी तरह निफ्टी के विभिन्न सूचकांकों में तय अंतराल पर शेयरों को शामिल करना या उसे बाहर निकालना पारदर्शी नीतियों के मुताबिक होते हैं।
कांग्रेस व अन्य विपक्षी पार्टियों की तरफ से आलोचना के बाद यह स्पष्टीकरण आया है, जिसमें दावा किया गया था कि NSE ने अदाणी समूह के कुछ शेयरों पर ASM हटा दिया है ताकि गौतम अदाणी की अगुआई वाले समूह को फायदा पहुंचे।
पिछले हफ्ते कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा था कि अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पावर और अदाणी विल्मर को ASM फ्रेमवर्क से हटाने के NSE के कदम ने खुदरा निवेशकों के लिए जोखिम खड़ा किया है।