बाजार नियामक सेबी ने मंगलवार को ऐलान किया कि 500 अग्रणी शेयर चरणबद्ध तरीके से सौदे के दिन निपटान यानी टी प्लस जीरो सेटलमेंट के पात्र होंगे। इस कदम को बाजार तंत्र को निपटान चक्र में तेजी लाने के लिए नए सिरे से तैयार करने के तौर पर देखा जा रहा है, जहां अभी टी प्लस वन सेटलमेंट का चलन है। व्यापक पात्रता 31 जनवरी 2025 से प्रभावी हो जाएगी। ट्रेड के दिन ही निपटान का चक्र स्वैच्छिक बना रहेगा।
अभी सिर्फ 25 शेयरों को ही टी प्लस जीरो सेटलमेंट के लिए उपलब्ध कराया गया है। सेटलमेंट चक्र का वीटा वर्जन इस साल मार्च में लॉन्च किया गया था, हालांकि इस पर प्रतिक्रिया सुस्त रही और वॉल्यूम भी नगण्य जैसा रहा।
सेबी ने कहा, निचले पायदान वाली 100 कंपनियों को ट्रेडिंग व सेटलमेंट के लिए उपलब्ध कराया जाएगा और धीरे-धीरे इसमें निचले पायदान वाली अगली 100 कंपनियों को हर महीने तब तक शामिल किया जाता रहेगा जब तक कि 500 अग्रणी कंपनियों तक यह न पहुंच जाए। यह हालांकि स्वैच्छिक होगा। बाजार पूंजीकरण की गणना हालांकि 31 दिसंबर की तारीख की होगी।
शेयर ब्रोकरों को इस सुविधा के लिए अलग ब्रोकरेज वसूलने की इजाजत दी जाएगी। पात्र ब्रोकरों या क्लाइंट व वॉल्यूम के लिहाज से बड़े ब्रोकरों को सहज क्रियान्वयन के लिए पूरी प्रक्रिया व सिस्टम सामने रखने का निर्देश दिया गया है।
यह सविधा संस्थागत क्लाइंटों के लिए भी उपलब्ध कराई जाएगी और कस्टोडियन को इसके लिए सिस्टम लगाने का निर्देश दिया गया है। इसके अतिरिक्त सेबी ने ऐलान किया है कि टी प्लस वन सेटलमेंट के मौजूदा ब्लॉक डील विंडो के अतिरिक्त टी प्लस जीरो सेटलमेंट चक्र के लिए ब्लॉक डील विंडो सुबह 8.45 से 9 बजे तक के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।