जैसी कि उम्मीद थी कारोबार की शुरुआत में बाजार में कुछ पुलबैक देखने को मिला लेकिन यह ज्यादा देर तक नहीं टिक सका और सभी सेक्टरों में शार्ट पोजीशन बनने लगीं।
निफ्टी 75 अंक गिरकर 4191 पर बंद हुआ जबकि सेंसेक्स 187 अंक गिरकर 14,106 अंकों पर रहा। निफ्टी के जून वायदा सौदों में मंदड़िए शार्ट पोजीशन बनाते देखे गए, हालांकि जून एक्सपायरी में अब केवल दो ही दिन बचे हैं।
जून वायदा 32 अंकों के डिस्काउंट पर बंद हुआ है और एनालिस्टों के मुताबिक यह कमजोरी के संकेत हैं और निफ्टी निकट भविष्य में 4000 के स्तर पर जा सकता है। निफ्टी जुलाई वायदा का रोलओवर देखें तो एक्सपायरी से दो दिन पहले यह कुल ओपन इंटरेस्ट का 44.9 फीसदी रहा है और जरूरत से ज्यादा बिकवाली होने के बावजूद इसमें डिस्काउंट भी 16 अंकों से बढ़कर 51 अंकों का हो गया है।
इससे साफ है कि बाजार में मंदड़ियों की पकड़ मजबूत हो गई है और टेक्निकल बाउंसबैक की उम्मीद बहुत कम दिख रही है। निफ्टी का पुट कॉल रेशियो ओपन इंटरेस्ट भी 1.37 से घटकर 1.19 पर आ गया है। इससे साफ है कि मंदड़िए कॉल ऑप्शंस की बिकवाली ज्यादा कर रहे हैं जबकि तेजड़िए अपनी लांग पोजीशन कवर कर रहे हैं।
मंगलवार को 4200 का सपोर्ट ओर कमजोर पड़ा है क्योकि 4200 के पुट पर कवरिंग हो रही है और इस स्तर पर ओपन इंटरेस्ट 6.98 लाख शेयरों से घट गया है जबकि कॉल के बिकवालों ने 4200 के स्तर पर अपनी पोजीशन बढ़ा ली है और इस स्तर पर ओपन इंटरेस्ट 8.15 लाख शेयरों से बढ़ा है।
निफ्टी ऑप्शन के आंकड़ों से साफ है कि निफ्टी जल्दी ही 4100 से नीचे जाएगा क्योकि कारोबारी जुलाई के पुट ऑप्शन 4100 पर खरीद रहे हैं जबकि पुट के बिकवाल अपने जून सौदे के 4100 के शार्ट कवर कर रहे हैं। कॉल के खरीदार जुलाई सौदों की 4200 और 4300 के प्राइस पर खरीद करते देखे गए जिससे साफ है कि निफ्टी 4300 से ऊपर फिलहाल नहीं जाएगा।