वैश्विक शोध एवं ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) ने वित्त वर्ष 2024 के लिए निफ्टी-50 की आय वृद्धि 20 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है, जो एशियाई क्षेत्र में शीर्ष-3 में शामिल होगी और कई प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले अधिक रह सकती है।
जेफरीज के प्रबंध निदेशक महेश नंदुरकर द्वारा अभिनव सिन्हा और निशांत पोद्दार के साथ मिलकर तैयार की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 29.1 प्रतिशत की अनुमानित आय वृद्धि के साथ आसियान 40 इंडेक्स और इतनी ही अनुमानित आय वृद्धि के साथ स्ट्रेट्स टाइम्स इंडेक्स (एसटीआई) एशियाई क्षेत्र में सिर्फ दो अन्य सूचकांक हैं जो भारत को मात दे सकते हैं।
जेफरीज का मानना है कि दूसरी तरफ, ताइएक्स, कोस्मी, ईएम इंडेक्स, एसऐंडपी 500, एशिया एक्स-जापान इंडेक्स ऐसे कुछ प्रमुख वैश्विक सूचकांक हैं जिनमें वित्त वर्ष 2024 के दौरान कमजोर वृद्धि दर्ज की जा सकती है।
नंदुरकर का कहना है कि निफ्टी की 63 प्रतिशत कंपनियां (वित्त को छोड़कर) वित्त वर्ष 2024 में मार्जिन वृद्धि दर्ज कर सकती हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘मार्जिन वृद्धि आय का मुख्य वाहक है और वित्त वर्ष 2024 की आय वृद्धि में इससे 5 प्रतिशत अंक तक का इजाफा होगा। खासकर लागत दबाव घटने की वजह से वाहन, स्टैपल, सीमेंट और धातु क्षेत्रों के मार्जिन में बड़ा सुधार आने का अनुमान है। आपूर्ति श्रृंखला में सुधार, जिंस लागत संबंधित दबाव में कमी, कीमत वृद्धि आदि से आईटी को छोड़कर लगभग सभी क्षेत्रों के मार्जिन में सुधार आने का अनुमान है।’
जेफरीज का कहना है, ‘हालांकि, भले ही मार्जिन वृद्धि में सफलता नहीं मिले, लेकिन निफ्टी की संपूर्ण ईपीएस वृद्धि/घरेलू कंपनियों की ईपीएस वृद्धि सालाना आधार पर 14 प्रतिशत/15 प्रतिशत पर उचित दिख रही है।’
जेफरीज ने अपने विश्लेषण के लिए आईटी, धातु, तेल एवं गैस जैसे क्षेत्रों की आय पर विचार किया है और कुछ खास शेयरों (रिलायंस इंडस्ट्रीज, भारती-अफ्रीका, टाटा मोटर्स-जेएलआर, और फार्मा, बजाज, यूपीएल के लिए निर्यात) की आय पर ध्यान केंद्रित किया है।
क्षेत्रों के संदर्भ में जेफरीज को कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी और स्टैपल्स क्षेत्रों के लिए वित्त वर्ष 2024 में 2.4/0.7 प्रतिशत अंक की मार्जिन वृद्धि का अनुमान है। वहीं, वाहन क्षेत्र के लिए वित्त वर्ष 2024 में मार्जिन में ज्यादा सुधार के आसार हैं, क्योंकि चिप संबंधित किल्लत घटी है और कच्चे माल का दबाव दूर हो रहा है।
जेफरीज का कहना है कि इस वजह से टाटा मोटर्स को ज्यादा फायदा मिलने का अनुमान है। टाटा मोटर्स के अलावा, मारुति, हीरो मोटर्स और बजाज ऑटो के मार्जिन में सुधार आएगा।
कंज्यूमर स्टैपल क्षेत्र के लिए भी मार्जिन सुधरने की संभावना है, क्योंकि जिंस कीमतों में महंगाई थमी है। इस क्षेत्र में एचयूएल को 1.1 प्रतिशत अंक, टाटा कंज्यूमर को 0.8, नेस्ले और आईटीसी को 0.5 प्रतिशत मार्जिन वृद्धि का अनुमान है।
जेफरीज की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘वित्तीय क्षेत्र की आय वित्त वर्ष 2024 में 18 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है, क्योंकि परिसंपत्ति गुणवत्ता मजबूत बनी हुई है।’